बीते 15 अप्रैल को एक ऐसी घटना हुई थी, जिसने पूरे उत्तराखंडवासियों को हिलाकर रख दिया था। सुबह लोगों की आंख खुली तो खबर मिली की यूपी और उत्तराखंड के पूर्व सीएम स्व. एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर की मौत हो चुकी है। लोग दुखी थे, साथ ही हैरान भी। शादी को एक साल भी नहीं हुआ था, कुछ महीने पहले ही एनडी तिवारी की मौत हुई थी और अब रोहित शेखर, बाद में पता चला कि रोहित की मौत कोई दुर्भाग्य नहीं, बल्कि पत्नी अपूर्वा की रची साजिश का नतीजा थी। रोहित शेखर की हत्या के आरोप में अपूर्वा पिछले ढाई महीने से तिहाड़ जेल में बंद है। रोहित शेखर तिवारी हत्याकांड मामले में इसी हफ्ते कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया जाएगा। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और सरकारी वकील की मंजूरी मिल गई है। कोर्ट में गवाह के तौर पर क्राइम ब्रांच रोहित के एक करीबी दोस्त को पेश करने वाली है। ये दोस्त रोहित शेखर का राजदार रहा है। रोहित और अपूर्वा के बीच झगड़े की हर बात इस दोस्त को पता है। पता चला है कि रोहित शेखर तिवारी का ये दोस्त पेशे से वकील है। इस युवक को ये पता था रोहित और उनकी पत्नी के बीच कुछ भी ठीक नहीं है। रोहित ने अपूर्वा को तलाक देने की बात भी अपने दोस्त से साझा की थी।
पुलिस ने चार्जशीट में कौन-कौन से बिंदु शामिल किए हैं, ये भी जान लें। पुलिस ने बताया है कि घटना के वक्त रोहित शेखर नशे में थे, इसीलिए अपना बचाव नहीं कर सके। घरेलू कलह से तंग आकर अपूर्वा ने गला दबाकर और मुंह पर तकिया रख कर रोहित की जान ले ली। रोहित की अपनी एक महिला रिश्तेदार से दोस्ती थी। दोनों साथ में वक्त बिताते थे, शराब पीते थे। जिससे अपूर्वा नाराज थी। अपूर्वा को लगता था कि महिला रिश्तेदार का बच्चा रोहित का है, जिसे वो अपनी प्रॉपर्टी देने वाला है। पुलिस ये भी बताएगी कि अपूर्वा की कई महत्वाकांक्षाएं थीं। उसे लगा रोहित एनडी तिवारी का एकलौता बेटा है, उसके पास अकूत संपत्ति होगी। पर ऐसा नहीं था। बाद में अपूर्वा खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही थी। पुलिस ने घर के नौकरों को भी गवाह बनाया है। आपको बता दें कि बीते 15 अप्रैल की रात को पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर की उनके घर में हत्या कर दी गई थी। हत्या का आरोप पत्नी अपूर्वा पर है। 22 जुलाई को अपूर्वा की गिरफ्तारी को 3 महीने पूरे हो जाएंगे। इससे पहले क्राइम ब्रांच आरोपपत्र कोर्ट में दाखिल कर देगी।