बेटियां आज हर क्षेत्र में बेटों को कड़ी टक्कर दे रहे हैं, आज कई क्षेत्रों में लड़कियां-लड़कों से कहीं आगे बढ़ चुकी हैं। महिलाओं के सम्मान में हर वर्ष 8 मार्च को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर देहरादून जिलाधिकारी आशीष कुमार श्रीवास्तव की ओर से बेटियों के सम्मान में एक अनोखी पहल की गई है।
डीएम आशीष श्रीवास्तव की पहल पर 7 मार्च को देहरादून की 40 छात्राएं सहायक अधिकारी की भूमिका में नजर आएंगी। अधिकारी के साथ रहकर वे लोगों की समस्याएं सुनेंगी। साथ ही सरकारी सिस्टम को भी जान सकेंगी।
डीएम श्रीवास्तव ने सभी विभागों को सात मार्च को इस कार्यक्रम के संचालन के निर्देश जारी किए हैं। इसमें कहा गया है कि कार्यालय के अधिकारी के समक्ष एक कुर्सी लगाई जाएगी, जिसमें चयनित छात्रा को बैठाया जाएगा। छात्रा भी संबंधित विभाग की फाइलों के संबंध में जानकारी ले सकेंगी। कर्मचारियों को छात्रा के सवालों का उचित जवाब देना होगा। कुल 40 कार्यालयों के लिए 40 छात्राओं का चयन किया है।
इन छात्राओं को मिलेगा एक दिन के लिए सहायक अधिकारी बनने का मौका-
एमकेपी पीजी कॉलेज से शगुन कटियार, निकिता कनौजिया, रवीना रावत, मालती नौटियाल, आभा पिमोली, रोमा अग्रवाल, अंकिता जगूड़ी, स्वर्णिमा सजवाण, उत्कर्षी रावत, प्रियल ध्यानी, मोहिनी रावत।
डीएवी पीजी कॉलेज से पायल सिंह, दिविक्षा पाल, वैशाली मैठाणी, हिमानी राणा, अंजली पंवार, वृक्षा, राधिका चौहान, सपना चौहान, आकृति बिष्ट, अनुष्का, मैमून जैहरा।
डीबीएस कॉलेज से हर्षिता प्रजापति, अमीषा नेगी, शगुफ्ता, नमिता नौटियाल, रेखा भट्ट, मिष्ठी चौधरी, दिपशी थापा, आरती मंडल।
दून यूनिवर्सिटी से रिशा रियाल, डीपीएस कॉलेज से वनीशा रावत, ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी से शीतल मेंगवाल, जीजीआईसी राजपुर से सलोनी राणा, तनु काम्बोज, स्वाति काम्बोज।
सीजेएम से दिव्यांशी, डीआईएस से ऋतिका बलूनी, एसजीआरआर पब्लिक स्कूल से शिवानी शर्मा, विल फील्ड स्कूल से मान्या नेगी एक दिन के लिए सहायक अधिकारी बनेंगी।