उत्तराखंड में जंगली जानवर आतंक का सबब बने हुए हैं। गुलदार, भालू और हाथियों से लोग पहले ही दहशत में थे पर अब जंगली सुअर भी आबादी वाले क्षेत्रों में आने लगे हैं। प्रतापनगर में जंगली सुअर फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं, रिहायशी इलाकों में घुसकर लोगों पर हमला भी कर रहे हैं । टिहरी के प्रतापनगर में जंगली सुअर ने मां और बेटी पर हमला कर दिया। हमले में मां-बेटी गंभीर रूप से घायल हुए हैं। दोनों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना ओखला गांव की है, जहां रविवार को जंगली सुअर ने मां और बेटी पर हमला कर दिया। दोनों को एंबुलेंस की मदद से अस्पताल लाया गया। सीएचसी लंबगांव में इलाज के दौरान बेटी के सिर पर 32 और उसकी मां के सिर में 34 टांके लगे। ग्रामीणों ने घटना पर नाराजगी जताते हुए, प्रशासन से प्रभावितों को मुआवजा देने की मांग की। ग्रामीणों ने कहा कि इलाके में जंगली सुअरों का आतंक चरम पर है। सुअर लोगों की फसल तबाह कर रहे हैं, लोगों पर हमला कर रहे हैं।
डर की वजह से लोगों ने खेतों की तरफ जाना छोड़ दिया है। पर प्रशासन को कोई चिंता नहीं। प्रशासन से इस बारे में कई बार शिकायत की गई। जिसके बाद सुअर पकड़ने के लिए टीम तो भेजी गई, पर जंगली सुअर को पकड़ा नहीं जा सका। जो टीम प्रशासन ने भेजी है, वो सिर्फ क्षेत्र में गश्त करने तक ही सीमित है। टीम अभी तक एक भी सुअर नहीं पकड़ पाई। गांव में जंगली सुअरों ने लोगों का घर से निकलना मुश्किल कर दिया है। खेतों को नुकसान हो रहा है, अब जंगली सुअर लोगों पर हमला भी करने लगे हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से घायलों को उचित मुआवजा देने के साथ ही जंगली सुअरों को जल्द पकड़ने की मांग की।