उत्तराखण्ड में 10वीं व 12 वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए स्कूल तो खुल चुके हैं, लेकिन डिग्री कॉलेज सहित अन्य उच्च शिक्षण संस्थानों को फैसला अभी नहीं हो पाया है। हालांकि नवंबर की गाइडलाइन में केन्द्र सरकार ने उच्च शिक्षण संस्थान खोलने का निर्णय राज्य सरकारों पर छोड़ दिया है। इसी क्रम में उत्तराखण्ड सरकार भी प्रदेश में डिग्री कॉलेज सहित सभी उच्च शिक्षण संस्थानों को खोलने की तैयारी कर रही है। प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने भी दीपावली के बाद उच्च शिक्षण संस्थानों के खुलने की उम्मीद जता चुके हैं। हालांकि इस पर अंतिम निर्णय कैबिनेट बैठक में होगा।
त्रिवेन्द्र मंत्रिमंडल की बैठक 18 नवंबर को प्रस्तावित है, इस बैठक में प्रदेश में उच्च शिक्षण संस्थान कब खुलेंगे इसको लेकर फैसला लिया जा सकता है। पहले चरण में यूजीसी की गाइडलाइन के तहत, सिर्फ प्रैक्टिकल के लिए ही कॉलेज खोले जाएंगे। हालांकि निजी कॉलेज संचालक सभी कक्षाओं को खोलने की मांग कर रहे हैं। निजी कॉलेज संचालकों का मानना है कि सिर्फ प्रैक्टिकल को कॉलेज खोलना मुश्किल है, कॉलेजों के ज्यादातर छात्र हॉस्टल में रहते हैं, कम छात्रों के लिए संचालक हॉस्टल खोलने पर सहमत नहीं होंगे।