बीते एक साल से देश- विदेश में कोरोना का कहर जारी है। और केन्द्र व राज्य सरकारें समय-समय पर इससे बचाव को लेकर गाइडलाइन भी जारी करती रही हैं। वहीं भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने Covid Appropriate Behavior को लेकर भी निशा- निर्देश जारी किए। आखिर क्या है Covid Appropriate Behavior इस बारे में हेमवती नंदन बहुगुणा मेडिकल विश्वविद्यालय देहरादून के कुलपति डॉ. हेम चन्द्र पांडे ने विस्तार से जानकारी दी है।
डॉ. हेम चन्द्र पांडे ने बताया Covid Appropriate Behavior (बचाव के अनुकूल व्यवहार) व्यवहारिक जीवन में कोरोना से कैसे बचाव करें। उन्होंने बताया कि इसका पहला अध्याय है सोशल डिस्टेंसिंग, सोशल डिस्टेंसिंग से हम कोरोना से कैसे बचाव कर सकते हैं इस पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा माना जाता है कि छींकते व खांसते वक्त जो मुंह से छीटे निकलते हैं वह अमूमन दो गज से अधिक दूर नहीं जाते, इसलिए व्यवहार में हमें 2 गज की दूरी का पालन करना होगा। मास्क लगाना क्यों आवश्यक है इस पर जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि मास्क एक छलनी की तरह काम करता है, जो कि हवा को तो अन्दर पास करने देता है लेकिन किसी भी जीवाणु को बाहर ही रोक देता है, इसलिए मास्क पहनना बहुत जरूरी हो जाता है।
डॉ. पांडे ने बताया कि हाथ थोना और सैनिटाइज करना भी बिहेवियर का एक हिस्सा है, क्योंकि कई बार आप अपने हाथों से कई चीजें छूते हैं, इसलिए हाथ धोने व सैनिटाइज करने से जीवाणु खत्म हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि भीड़ में जाने से बचना, हाथ ना मिलाना, और पान, गुटखा खाकर इधर-उधर ना थूकना भी बिहेवियर का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि बचाव के यही मूल मंत्र हैं, और इन्हें ही Covid Appropriate Behavior कहा जाता है।