उत्तराखण्ड़ विधानसभा सत्र का बजट सत्र 25 मार्च तक के लिए स्थगित हो गया है।शनिवार को सदन में नियम 300 के तहत विधायकों ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्याएं सामने रखीं। 3मार्च से शुरु हुए सत्र के पहले चरण में सरकार ने वित्तीय वर्ष 2020-21 का बजट पेश करने के साथ ही ऐतिहासिक फैसला लेते हुए गैरसैंण को प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने की घोषणा की।
वहीं विपक्ष ने भी इस दौरान महंगाई व अन्य मुद्दों पर सरकार को जमकर घेरा।नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने कहा कि सरकार कर्ज लेकर कर्ज की भरपाई कर रही है। गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करने के बाद सरकार ने लोगों की आकांक्षाओं को बढ़ा दिया है, लेकिन बजट में योजनाओं के लिए कोई व्यवस्था नहीं की।इंदिरा हृदयेश ने 300 बसों की खरीद का मुद्दा उठाया और कहा कि तीन बार की जांच के बाद और बजट में व्यवस्था होने के बाद भी सरकार इन बसों को नहीं खरीद पाई। इंदिरा ने कहा कि इन स्थितियों को देखते हुए लगता है कि सीएम को खुद ही बसों को खरीदने जाना पड़ेगा।
25 मार्च से एक बार फिर सत्र शुरु होगा जो कि 27 मार्च तक चलेगा, 25 मार्च को सदन में विभाग बार बजट पेश किया जाएगा। 26 मार्च को विभाग वार बजट पर चर्चा और विनियोग विधेयक प्रस्तुत किया जाएगा। 27 मार्च असरकारी दिवस के रूप में लंबित विषय पूरे कराए जाएंगे।