उत्तराखण्ड में सरकार से स्वास्थ्य व्यवस्थाएं संभाले नहीं संभल रही हैं। प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था पहले ही डगमगा रही थी कि कोरोना ने इन्हें और अधिक खस्ताहाल कर दिया। आए दिन प्रदेश के किसी न किसी अस्पताल से अव्यवस्था की खबरें सामने आती रहती हैं। बीते दिनों हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल से अनियमितताएं सामने आई तो वहीं अल्मोड़ा व गैरसैंण में खस्ताहाल स्वास्थ्य व्यवस्था ने गर्भवतियों की जान ही ले ली। इन सभी मामलों की जांच चल ही रही थी कि रामनगर के सरकारी अस्पताल से इलाज के लिए तड़पती महिला का मामला सामने आ गया। हालांकि अस्पताल के अधिकारियोंं तक जब यह बात पहुंची तो उसके बाद महिला को भर्ती किया गया और महिला ने बच्चे को जन्म दिया।
रामनगर अस्पताल से लगातार सामने आ रही शिकायतों को लेकर सीएमओ नैनीताल ने गुरुवार को रामनगर चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया तो उन्हें भी यहां कई खामियां नजर आई। निऱीक्षण के दौरान सीएमओ भागीरथी जोशी जब अस्पताल के किचन तक पहुंची तो वहां की हालत देखकर उनकी आंखें फटी की फटी रह गई यहां किचन में एक डिब्बे में रखे दलिया में कीड़े पाए गए। जिस पर सीएमओ ने अस्पताल प्रबंधन को नोटिस भी जारी किया।
निरीक्षण के उपरांत सीएमओ ने बताया कि रामनगर चिकित्सालय में विगत दिनों में प्रसव वाली महिलाओं की प्रसव संबंधी दिक्कत चल रही थी। जिसके लिए अस्पताल प्रबंधन ने चिकित्सक की व्यवस्था कर दी गई है। इस दौरान सीएमओ ने चिकित्सालय प्रबंधन पर स्थानीय लोगों से अच्छा व्यवहार करने की सलाह दी। साथ-साथ सीएमओ ने हिदायत दी कि यहां आने वाले मरीजों का बेहतर इलाज करें।
वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि रामनगर चिकित्सालय को सरकार ने जब से पीपीपी मोड पर दिया गया है, तब से यहां खामियां मिल रही हैं। यहां से लगातार मरीजों को हायर सेंटर रेफर कर दिया जा रहा है।