देश के विभिन्न हिस्सों में दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज व अन्य तब्लीगी जमातों से लौटे लोगों (जमातियों) ने देश में कोरोना के मामलों में एकाएक बढोत्तरी ला दी है। उत्तराखंड में तो जमातियों ने मुसीबतों का पहाड़ खड़ा कर दिया है। जमातियों के कारण कोरोना अब पहाड़ी जिलों तक भी पहुंच गया है, अल्मोड़ा जिले के रानीखेत में कल देर रात एक व्यक्ति कोरोना संक्रमित मिला, इसे दिल्ली के निजामुद्दीन जमात से लौटा बताया जा रहा। जिसे अल्मोड़ा बेस अस्पताल रैफर किया गया है।
प्रदेश में जहां 15 मार्च से एक अप्रैल के बीच यानी 18 दिन में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या सात थी। वहीं चार दिन में मरीजों की संख्या में एकाएक 70 फीसद से ज्यादा वृद्धि हो गई है। दो से पांच अप्रैल के बीच प्रदेश में कोरोना के 20 नए मामले सामने आए हैं और ये सभी जमाती हैं।
जमातियों के गैर जिम्मेदाराना रवैये के कारण सैकड़ों लोगों की जान पर खतरा मंडरा रहा है। देहरादून में भगत सिंह कॉलोनी व कारगी ग्रांट का कुछ क्षेत्र इस कारण लॉकडाउन में है। वहीं, रुड़की के पनियाला गांव में जमात से लौटे युवक के संक्रमित होने के बाद पूरे गांव को क्वारंटाइन कर दिया गया है। रुद्रपुर के जयनगर गुजर खत्ता में छह जमातियों के पकड़े जाने के बाद गांव को सील कर दिया गया है। जमातियों के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद देहरादून के लक्खीबाग व डोईवाला क्षेत्र में भी यही स्थिति बन गई है।
प्रदेश में अब कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 27 हो गई है, जिसमें देहरादून जिले से 14, पौड़ी से 1, ऊधमसिंहनगर से 4, नैनीताल से 6 तो हरिद्वार व अल्मोड़ा जिले से 1-1 कोरोना संक्रमित मरीज सामने आए हैं।