प्रदेश में दो चरण की काउंसिलिंग के बाद बीटेक की पांच हजार से ज्यादा सीटें खाली रह गई हैं। इन सीटों पर पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर दाखिला दिया जाएगा। हर साल शासन स्तर से इसकी अनुमति आती थी लेकिन सत्र को देखते हुए कुलपति ने अपने स्तर से ही इसका आदेश जारी कर दिया है।
इंजीनियरिंग का बुरा दौर जारी है। इस साल भी दो चरण की काउंसिलिंग के बाद भी बीटेक फर्स्ट ईयर की तीन हजार से ज्यादा सीटें नहीं भर पाईं। सोमवार को कुलपति प्रो. नरेंद्र एस चौधरी ने ऑन स्पॉट काउंसिलिंग का आदेश जारी कर दिया।
उन्होंने बताया कि सोमवार को दूसरे चरण की काउंसिलिंग में आवंटित सीटों पर दाखिलों का अंतिम दिन था। अब मंगलवार से सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों में ऑन स्पॉट काउंसिलिंग से बीटेक प्रथम वर्ष की सीटें भरी जाएंगी।
लिहाजा, सभी निजी और संघटक कॉलेजों को निर्देश जारी किए गए हैं कि वह 31 अगस्त तक हर हाल में अपने एडमिशन पूरे कर लें। दूसरी ओर, प्रोफेशनल कोर्स और बीटेक लेटरल एंट्री में दाखिले को 25 अगस्त तक ऑन स्पॉट काउंसिलिंग होगी।