उत्तराखंड में मानसून के दस्तक देने के साथ ही तबाही की तस्वीरें सामने आने लगी हैं। उत्तरकाशी मे तेज बारिश ने जमकर कहर बरपाया। लगातार हो रही बारिश से मोरी बाजार की सड़कें नदी में तब्दील हो गईं। बारिश का पानी सड़कों के साथ-साथ लोगों के घरों में भर गया, जहां से ये नाले की शक्ल लेकर बह रहा है। घरों में मलबा भरा हुआ है। अचानक हुई आफत की बारिश से लोग डरे हुए हैं। हर जगह हाहाकार मचा है। आधे घंटे तक हुई बारिश ने उत्तरकाशी के मोरी क्षेत्र में जमकर तबाही मचाई। घरों और दुकानों में मलबा भर गया। तबाही की बारिश से उत्तरकाशी के साथ-साथ वो इलाके भी प्रभावित हो रहे हैं, जो कि हिमाचल प्रदेश की सीमा से सटे हैं। कई जगह ट्रैफिक जाम है, गाड़ियां सड़कों पर फंसी है। भूस्खलन का खतरा भी लगातार बना हुआ है।
बारिश की वजह से देहरादून, उत्तरकाशी, पुरोला में यातायात ठप हो गया। कई जगह सड़कें बारिश के पानी में बह गईं। मलबे के साथ आए पेड़ रास्तों पर जमा हैं, जिसकी वजह से गाड़ियों की आवाजाही नहीं हो पा रही। घरों में बारिश का पानी जमा होने से अनाज, फर्नीचर पूरी तरह खराब हो गया है। व्यापारियों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
उत्तराखंड के लिए लैंड स्लाइड का अलर्ट जारी हुआ है, ऐसे में लोगों को संभलकर रहने की जरूरत है। मानसूनी बादल अभी ठीक से बरसे भी नहीं हैं, लेकिन इसकी शुरुआत में ही जिस तरह की भयावह तस्वीरें सामने आ रही हैं, उससे लोग डरे हुए हैं। पहाड़ में बारिश का दौर शुरू होता है तो लोगों का दिल बैठने लगता है। ऐसा होना लाजिमी है, आपदा की दृष्टि से उत्तराखंड बेहद संवेदनशील राज्य है। आप भी पहाड़ी क्षेत्रों की यात्रा करते वक्त सतर्क रहें। यात्रा पर निकलने से पहले मौसम की जानकारी जरूर लें। खराब मौसम में जितना संभव हो पर्वतीय क्षेत्रों की यात्रा से बचें।