कोरोना संकटकाल के बीच उत्तराखण्ड में आज से स्कूल खोल दिये गये हैं, पहले चरण में 10वीं और 12वीं की कक्षा को ही शुरू किया गया है। इसके बाद चरणबद्ध तरीके से अन्य कक्षाओं को शुरू किया जाएगा। करीब 7 माह बाद खुले स्कूलों में पहले दिन काफी कम संख्या में बच्चे स्कूल पहुंचे। स्कूल में मास्क, सैनिटाइजर, सोशल डिस्टेंस का पूरा पालन कराया गया।
स्कूल पढाई करने पहुंची छात्राओं ने कहा स्कूल प्रबंधन द्वारा उन्हें ऑनलाइन पढ़ाई की जा रही थी। लेकिन घर में एक ही मोबाईल होने से पढाई करने में दिक्कतें आ रही थी। छात्राओं ने कहा उन्हें ऑनलाइन पढाई की अपेक्षा स्कूल में शिक्षकों द्वारा पढ़ाए गए अध्याय ज्यादा सरलता से समझ में आता है और जो उन्हें समझ में नही आता उसका समाधान भी तुरंत हो जाता है।
देहरादून के राजपुर रोड़ स्थित राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य प्रेमलता बौड़ाई ने बताया कि कोरोना संकटकाल में स्कूलों को खोलना बेहद चुनौतीपूर्ण है। लेकिन स्कूल में कोरोना संक्रमण से बचाव के सभी इंतजामात किये गये हैं। वहीं एक अध्यापिका ने बताया कि हम ऑनलाइन बच्चों को लगातार पढ़ा रहे थे, हमें बहुत अच्छा लग रहा है कि हमारे बच्चे आज इतने दिनों बाद हमसे मिले हैं। ऑनलाइन जो भी कमी रह गई, उस पर अब ध्यान दिया जाएगा।