उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के मामलों में अब कमी आ रही है, साथ ही मौत के आंकडे भी कम हो रहे हैं। जिसके चलते मैदानी क्षेत्रों में संक्रमण दर घटी है। कोरोना के मामले कम होने के बावजूद पहाड़ी क्षेत्रों में अब भी स्थिति चिंताजनक है। पर्वतीय जनपदों में संक्रमण दर मैदानी जनपदों से अधिक है, अल्मोड़ा जनपद संक्रमण दर में प्रदेश में पहले स्थान पर है। पहाड़ों में कम टेस्टिंग भी चिंता का विषय बना हुआ है।
सोमवार को प्रदेश में 2071 नए मामले दर्ज किए गए थे, जिसमें से अल्मोड़ा जनपद में 82, बागेश्वर में 32, चमोली में 175, चम्पावत में 42, देहरादून में 423, हरिद्वार में 264, नैनीताल में 223, पौड़ी गढ़वाल में 164, पिथौरागढ़ में 64, रूद्रप्रयाग में 114, टिहरी में 48, ऊधमसिंहनगर में 355 और उत्तरकाशी में 85 मरीज सामने आए थे। सोमवार को 95 मरीजों की मौत भी हुई थी, जबकि 7051 स्वस्थ होकर अपने घर लौटे थे।
प्रदेश में बीते सात दिनों में कुल 254548 सैंपलों की जांच में से कुल 26233 संक्रमित मामले सामने आए, जांच के आधार पर प्रदेश में संक्रमण दर 10.31 प्रतिशत दर्ज की गई, जबकि जिला स्तर पर संक्रमण दर में अल्मोड़ा जनपद सबसे आगे है। अल्मोड़ा की संक्रमण दर 18.9 प्रतिशत है, टिहरी की 17.91 प्रतिशत, पौड़ी की 17.37, रूद्रप्रयाग की 16.70 प्रतिशत दर्ज की गई। इसी तरह चंपावत, उत्तरकाशी, बागेश्वर, ऊधमसिंहनगर, हरिद्वार जिले की संक्रमण दर 10 प्रतिशत कम है। नैनीताल, चमोली, पिथौरागढ, देहरादून जिले की संक्रमण दर 10 प्रतिशत अधिक है।