नैनीताल शहर के गांधीचौक तल्लीताल में लगे आई लव नैनीताल बोर्ड को आखिरकार प्रशासन ने ढक ही दिया है, या यूं कहें कि कोरोना काल में इस बोर्ड को भी मास्क पहना दिया गया है। इसको कवर किए जाने से यहां फोटो खिचवाने आने वाले लोगों में मायूसी छा गई है। तो वहीं कुछ लोग प्रशासन के इस फैसले को सही ठहरा रहे हैं। कोरोना काल से पूर्व जिला प्रशासन ने यह साइन बोर्ड लगाया, जहां लोगों ने खूब सेल्फी ली रात को इस इलैक्ट्रानिक बोर्ड की चमकती छटा ने लोगों को खूब अपनी ओर आकर्षित किया। लेकिन अब इस बोर्ड को काले कपडे से ढक दिया गया है।
नैनीताल झील प्राधिकरण ने झील की सुुंदरता बढ़ाने के उद्देश्य से सरोवर नगरी में विभिन्न स्थानों पर सौंदर्यीकरण का कार्य किया गया था, इसी कड़ी में गांधीचौक तल्लीताल में आई लव नैनीताल इलैक्ट्रानिक बोर्ड लगाया गया था। और यह लोगों के आकर्षण का केन्द्र बन गया था, और धीरे-धीरे यह सेल्फी प्वाइंट बन गया। नैनीताल आने वाले पर्यटक इस बोर्ड के साथ फोटो खिंचवाते थे।
कोरोना काल में इस प्वांइट पर बढ़ती भीड़ को देखते हुए प्रसाशन ने इसे ढक दिया है। हाईकोर्ट के आदेश के तहत इस व्यू प्वाइंट को कवर किया गया है, हाईकोर्ट की ओर से गठित समिति ने कोरोना काल में इसे संवेदनशील माना था। हाईकोर्ट ने बोर्ड हटाने या कवर करने के निर्देश दिए थे, अब फिलहाल प्रशासन ने इसे कवर कर दिया है। इसे कवर करने के बाद कुछ लोग नाराजगी जाहिर करते हुए कह रहे हैं कि यदि यह बोर्ड कवर ही करना था तो इसे लगाया क्यों गया। जिला प्रशासन ने पहले पैंसा खर्च कर इसे लगाया अब हटा रहे हैं तो यह पैंसे की बर्बादी है। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि इसे हटाने का फैसला सही है क्योंकि इसके पीछे झील की सुंदरता छुप रही है।
फिलहाल हाईकोर्ट के निर्देश पर जिला प्रशासन ने इसे कवर तो कर दिया है, लेकिन व्यापार मंडल के पदाधिकारियों का कहना है कि प्रशासन से इस बारे में वार्ता की जाएगी और इसे जल्द खुलवाने की मांग रखी जाएगी। हालात सामान्य होने पर इसे खोलने के साथ ही तल्लीताल में पर्यटन स्थलों को विकसित करने का अनुरोध करेंगे।