उत्तराखंड में प्रथम चरण के लोकसभा चुनाव के बीच एक बड़ी खबर चमोली से आ रही है। यहां की थराली विधानसभा क्षेत्र के कई गांवों ने मतदान बहिष्कार का फैसला लिया है। ग्रामीणों की अलग-अलग मांगें हैं, जिनके पूरा ना होने से वो नाराज हैं। ग्रामीणों ने वोट ना देकर शासन-प्रशासन के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर की, हालांकि प्रशासन ग्रामीणों को मनाने की कोशिश में जुटा है ताकि वो अपने मताधिकार का इस्तेमाल करें। थराली ब्लॉक के चौण्डा गांव के लोगों ने चुनाव बहिष्कार का ऐलान किया है। बताया जा रहा है कि गांव की एक विवाहित बेटी पिछले 4 महीने से गुमशुदा है, जिसका महीनों बीत जाने के बाद भी सुराग नहीं लग पाया है, यही वजह है कि नाराज ग्रामीण वोट नहीं दे रहे। कफोली मतदान केंद्र पर लोग वोट देने नहीं पहुंचे यहां 322 मतदाता हैं।
इसी तरह बमियाला में 259 मतदाताओं, गंडीक में 223 मतदाताओं, चौंण्डा में 696 मतदाताओं ने वोट ना देने का फैसला किया है, दूसरी जगहों पर मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्वक चल रही है। थराली विधानसभा के नारायणबगड़ ब्लॉक में भी तीन गांवों के लोगों ने चुनाव बहिष्कार किया है। गंडीक, बमियाला, कफोली गांव के लोग मतदान केंद्रों पर वोट डालने नहीं पहुंचे। ग्रामीणों का आरोप है कि वो पिछले कई सालों से गांव में सड़क बनाए जाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन जनप्रतिनिधि उनकी सुनते नहीं। गांवों में सड़कें नहीं हैं, जो जनप्रतिनिधि जनता की बात नहीं सुनते उन्हें चुन कर क्या फायदा। सड़क ना बनने से नाराज लोगों ने वोट ना देने का फैसला किया है। कुल मिलाकर कहें तो उत्तराखंड में वोटिंग के बीच ये एक बीच खबर है।