प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि 2025 तक उत्तराखंड देश में सबसे अधिक आईएएस अधिकारी देने वाला प्रदेश होगा। यह बयान उन्होंने एक निजी कॉलेज में छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए दिया। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को आईएएस-पीसीएस की तैयारी का मौका देगी, और 2 करोड़ रुपये प्रतिवर्ष आईएएस-पीसीएस की कोचिंग पर खर्च करेगी।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार कॉलेज के छात्र-छात्राओं के लिए तीन महत्वपूर्ण कार्य कर रही है। जिसमें देहरादून में सुपर 30 बैच चलाकर गरीब बच्चों को आईआईटी की तैयारी कराई जाती है। और इन सालों में 90 बच्चे पासआउट हुए हैं, जिनमें से 82 बच्चे आईआईटी में चयनित हुए और 8 बच्चों का चयन एनआईटी में हुआ। वहीं श्रीनगर व द्वाराहाट में सुपर 50 चला रहे हैं जिसमें 100 बच्चों को आईआईटी व एनआईटी की तैैयारी कराई जाती है, और दो सालों में 200 बच्चे पासआउट हुए हैं जिनमें से 186 बच्चों का चयन आईआईटी के लिए हुआ तो वहीं बाकी बच्चों का चयन एनआईटी के हुआ। साथ ही उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आईएमए के लिए भी सुपर 50 चला रही है। जिसमें से 50 के 50 बच्चो का चयन एनडीए के लिए हो चुका है।
उन्होंने कहा कि अभी देश में सबसे अधिक आईएएस देने वाला राज्य बिहार, तेलंगाना व तमिलनाडु हैं और इस लिस्ट में हमारा स्थान अभी 17वें नंबर पर आता है। हमारे यहां के बच्चों में प्रतिभा की कई कमी नहीं है, और 4-5 बच्चे अपनी मेहनत से आईएएस व पीसीएस निकाल लेते हैं। लेकिन अब हमारी सरकार टैलेंटेड बच्चों को कोचिंग कराकर आईएएस-पीसीएस की तैयारी कराएगी। साथ ही उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि यदि हमारे यहां कोई विद्यार्थी शोध करना चाहता है और उसे पैंसे की दिक्कत हो तो हम ऐसे बच्चों को भी 1 करोड़ रूपए से शोध कार्य कराएंगे।