देश में कोरोना के बाद ब्लैक फंगस महामारी का रूप ले चुका है, राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश सहित 10 राज्य इसे महामारी घोषित कर चुके हैं। उत्तराखंड में भी ब्लैक फंगस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, हालांकि राज्य सरकार ने अभी इसे महामारी घोषित नही किया है। प्रदेश में ब्लैक फंगस मरीजों की संख्या 60 से अधिक हो गई है। जिसमें से 6 लोगों की इससे मौत भी हो चुकी है।
शुक्रवार को एम्स ऋषिकेश में ब्लैक फंगस पीडित दो और मरीजों की मौत हो गई, जिसमें मेरठ निवासी 64 वर्षीय बुजुर्ग व एक देहरादून निवासी 65 वर्षीय व्यक्ति की ब्लैक फंगस के इलाज के दौरान मौत हो गई। जबकि संस्थान में ब्लैक फंगस के 15 नए मरीज मिले हैं। इससे एम्स में अब तक ब्लैक फंगस से संक्रमित मरीजों की संख्या 61 पहुंच गई है। एम्स ऋषिकेश के जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल के अनुसार वर्तमान में ब्लैक फंगस के 56 मरीज भर्ती हैं। शुक्रवार को ब्लैक फंगस केयर वार्ड में उपचार के दौरान दो संक्रमितों की मौत हुई है। एम्स में अब तक पांच संक्रमितों को मौत हो चुकी है। वहीं, ब्लैक फंगस से संदिग्ध एक सितारगंज के मरीज की भी मौत हो चुकी है।