बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाले में एसआईटी ने छह प्राइवेट शिक्षण संस्थानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। आरोप है कि इन संस्थानों ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सरकारी धन को हड़पा है। इनमें सहारनपुर जिले के चार, देहरादून और मेरठ का एक-एक संस्थान शामिल है।
देहरादून और हरिद्वार में आईपीएस मंजूनाथ की अगुवाई में गठित एसआईटी ने जांच के बाद मुकदमे दर्ज कराए गए हैं।पहला मुकदमा वसंत विहार थाने में लैंड मार्क फाउंडेशन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट वसंत विहार के खिलाफ दर्ज हुआ है। दूसरा मुकदमा सहारनपुर जिले के कमालपुर स्थित कृष्णा आईटीआई के खिलाफ दर्ज हुआ है।
एसआईटी ने जांच में सामने आया है कि जिला समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय से संस्थान को करीब एक करोड़ 23 लाख 94 हजार 800 रुपये की छात्रवृत्ति दी गई। शासनादेश के अनुसार 2014 तक छात्रवृत्ति छात्राें के बैंक खातों में दिए जाने का प्रावधान था, लेकिन यह संस्थान के बैंक खाते में भेजी गई। 2014-15 में आनलाइन छात्रवृत्ति वितरण में अधिकांश छात्रों के बैंक खातों में एक समान मोबाइल नंबर पाया गया। ये तमाम खाते एक ही बैंक में थे।
एसआईटी प्रभारी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि एसआईटी ने जांच में आए तथ्यों के आधार पर छह प्राइवेट संस्थानों के खिलाफ छात्रवृत्ति हड़पने का मुकदमा दर्ज कराया गया है। जांच में आया है कि प्राइवेट संस्थानाें ने फर्जी एडमिशन के आधार पर सरकारी धन का गबन किया है। विवेचना में आने वाले तथ्यों के आधार पर संबंधित विवेचक द्वारा कार्रवाई की जाएगी।