Home अपना उत्तराखंड सेना के 40 जवानों तीर्थयात्रियों के लिए कर रहे हैं बेमिसाल काम…

सेना के 40 जवानों तीर्थयात्रियों के लिए कर रहे हैं बेमिसाल काम…

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देश की सीमा पर आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब देना हो या फिर आपदा के वक्त लोगों की जान बचाना…अपनी भारतीय सेना हर मोर्चे पर अव्वल रहती है। चारधाम यात्रा को सफल से लेकर सुविधाजनक बनाने तक में सेना का अहम योगदान है…इन दिनों सेना के जवान गोपेश्वर में हेमकुंड साहिब परिसर से बर्फ हटाकर गुरुद्वारे तक का रास्ता बनाने में जुटे हैं, इस काम में उन्हें सफलता भी हासिल हुई है। बर्फ से ढके ज्यादातर हिस्से को साफ कर लिया गया है। सेना यहां किस तरह चुनौतियों से निपटकर श्रद्धालुओं के हित के लिए मेहनत कर रही है, इसका अंदाजा आप यूं लगा सकते हैं कि इस क्षेत्र में पीने के लिए पानी तक नहीं है। बर्फ हटाने में जुटे सेना के जवान बर्फ को पिघला कर प्यास बुझा रहे हैं और मौसम के तो कहने ही क्या…पहाड़ में मौसम लगातार खराब बना हुआ है। हेमकुंड साहिब में अब भी करीब दस फीट बर्फ जमा है। पवित्र सरोवर भी पूरी तरह बर्फ से ढका हुआ है।

सेना अब हेमकुंड साहिब के प्रमुख पड़ाव घांघरिया से हेमकुंड के बीच रास्ता बनाने में जुटी है। आपको बता दें कि 1 जून को हेमकुंड साहिब और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट खोले जाने हैं, ऐसे में बर्फ से ढके रास्ते को साफ करने का काम युद्धस्तर पर किया जा रहा है। बर्फ को काटकर रास्ता बनाया जा रहा है।

गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की तरफ से 20 स्वयंसेवक भी सेना के जवानों की मदद में जुटे हैं। क्षेत्र से बर्फ हटाने के साथ ही यहां बिजली-पानी की भी व्यवस्था की जानी है। सेना के 40 जवान बीते 22 अप्रैल से इस दुर्गम रास्ते को चलने लायक बनाने में जुटे हैं, लेकिन मौसम खराब होने की वजह से उन्हें काम करने में दिक्कत हो रही है।

19 किलोमीटर लंबे पैदल मार्ग पर व्यवस्थाएं जुटाना चुनौती साबित हो रहा है। हालांकि राहत वाली खबर ये है कि लोक निर्माण विभाग की टीम ने पैदल मार्ग पर पुष्प गंगा नदी पर क्षतिग्रस्त पुल की मरम्मत कर दी है। इससे लोगों को बड़ी राहत मिलेगी, पुल बनने के बाद यात्री आसानी से यात्रा कर सकेंगे।