केन्द्र सरकार ने 21सितंबर से 9 से 12 वीं तक के कक्षाओं के छात्र-छात्राओं के लिए शशर्त स्कूल खोलने की इजाजत दी है, इस दौरान स्कूल 50 प्रतिशत तक स्टाफ को स्कूल बुला सकेंगे तो वहीं अभिभावकों की इजाजत के बाद बच्चे परामर्श के लिए स्कूल आ सकेंगे। केन्द्र सरकार की गाइडलाइन के बाद उत्तराखण्ड में राज्य सरकार की तरफ से इस संबंध में कोई स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी नहीं किए गए, जिससे स्कूलों को खोलने के बारे में असमंजस की स्थिति बनी हुई थी।
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लेकिन अब उत्तराखण्ड के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने इस संबंध में स्थिति स्पष्ट कर दी है। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने कहा है कि फिलहाल प्रदेश में 21 सितंबर से स्कूल नहीं खोले जाएंगे। शिक्षा मंत्री के इस बयान के बाद साफ है कि उत्तराखण्ड में 21 सितंबर से ना तो छात्र स्कूल आएंगे ना तो 50 प्रतिशत शिक्षक स्कूल आ पाएंगे।
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शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने कहा कि देश के साथ ही उत्तराखण्ड में भी कोरोना संक्रमण ने रफ्तार पकड़ी है, 21 सितंबर से केन्द्र द्वारा जो हमें स्कूल खोलने के निर्देश प्राप्त हुए हैं। उन्हें फिलहाल उत्तराखण्ड में अग्रिम आदेशों तक स्थगित किया जाता है। उन्होंने कहा कि बच्चे हमारा भविष्य हैं और हम अपने भविष्य को खतरे में नहीं डालना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हमने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती तब तक स्कूलों को लेकर जल्दबाजी नहीं की जानी चाहिए।