प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत पात्र लाभार्थियों को विधायक केदारनाथ शैला रानी रावत द्वारा वित्तीय वर्ष 2022-23 ने आवास स्वीकृति पत्र वितरित किए गए। उन्होंने उपस्थित लाभार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी ने ग्रामीण क्षेत्र की जनता को जीवन स्तर में सुधार लाने तथा उन्हें विकास की मुख्य धारा में लाने के लिए कई लोक कल्याणकारी योजनायें बनाई हैं जिनमें से एक प्रधानमंत्री आवास योजना भी है। जिसके अन्तर्गत आवास बनाने के लिए एक लाख 30 हजार रू0 की सहायता मिल रही है।
कार्यक्रम में अगस्त्यमुनि ब्लॉक के 195 तथा ऊखीमठ ब्लॉक के 62 लाभार्थियों को आवास स्वीकृति पत्र दिए गये। लाभार्थियों को सम्बोधित करते हुए केदारनाथ विधायक ने कहा कि आवास योजना के तहत मिल रही धनराशि का सदुप्रयोग कर अपना घर को सुन्दर बनाने के लिए प्रयोग करें। कहा कि अगर समाज के अन्तिम छोर के व्यक्ति को हम विकास की मुख्य धारा में ला पाते हैं सरकार की योजनायें सफल होती हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे भी समय समय पर गांवों में जाकर आवास योजना में बन रहे आवासों पर नजर रखें। साथ ही गांव में छूटे ऐसे व्यक्तियों को भी चिह्नित करें जिसे आवास की बहुत आवश्यकता है।
मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार ने प्रधानमंत्री आवास योजना के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए अवगत कराया कि योजना में लाभार्थी को तीन किस्तों में पैसा दिया जाता है। प्रथम किस्त 60 हजार रूपए की शुरूआत में दी जाती है। द्वितीय किस्त 40 हजार रूपये छत पड़ते समय दी जाती है। जबकि अन्तिम किस्त 30 हजार रूपए कार्य पूर्ण होने पर दिया जाता है। इसके साथ ही निःशुल्क बिजली, पानी तथा गैस भी लाभार्थी को दिया जाता है। मनरेगा के अन्तर्गत 95 कार्य दिवस भी आवास हेतु प्रदान किए जाते हैं। साथ ही प्रदेश सरकार द्वारा रसोई सजाने हेतु 5 हजार रूपए की भी सहायता दी जा रही है। उन्होंने लाभाथियों को छः माह के अन्दर अपने आवास पूर्ण करने को कहा जिससे अन्य लाभार्थियों को भी योजना का लाभ मिल सके।
जिला परियोजना निदेशक केके पन्त ने सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी। प्रधान संगठन के अध्यक्ष विजयपाल राणा ने लाभार्थियों को अपने आवास सुरक्षित एवं सुन्दर ढ़ंग से बनाने की नसीहत दी। प्रधान मयकोटी अमित प्रदाली ने कहा कि उन्होंने अपनी ग्राम पंचायत में सबसे सुन्दर आवास बनाने वाले को 51 सौ रू0 ईनाम देने की घोषणा की है। कार्यक्रम को बीडीओ ऊखीमठ दिनेश प्रसाद मैठाणी ने भी संबोधित किया। संचालन बीडीओ अगस्त्यमुनि प्रवीण भट्ट ने किया।