गंगा में रीवर राफ्टिंग के लिए ऋषिकेश जाने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो फिलहाल प्लान कैंसिल कर दीजिए, क्योंकि ऋषिकेश में दो महीने के लिए रीवर राफ्टिंग बंद कर दी गई है। ऐसा करना जरूरी भी था। उत्तराखंड में लगातार बारिश हो रही है। नदियां उफान पर है। लगातार हो रही बारिश की वजह से गंगा का जलस्तर बढ़ गया है। ऐसे में पर्यटकों के लिए राफ्टिंग सुरक्षित नहीं है। हर साल मानसून के दौरान रीवर राफ्टिंग दो महीने के लिए रोक दी जाती है। इस बार भी ऐसा किया गया। बता दें कि ऋषिकेश में रीवर राफ्टिंग प्रमुख व्यवसाय है। यहां रीवर राफ्टिंग के लिए बड़ी संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक पहुंचते हैं, सालभर ऋषिकेश में पर्यटकों का जमावड़ा लगा रहता है। राफ्टिंग के संचालन का जिम्मा गंगा नदी राफ्टिंग रोटेशन समिति पर है। पर्यटकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए फिलहाल इस पर दो महीने के लिए रोक लगा दी गई है।
जलस्तर बढ़ने की वजह से हादसे हो सकते हैं, ऐसे में हमारी भी लोगों को सलाह है कि फिलहाल नदियों-गदेरों में जाने से बचें। अगले तीन दिन तक उत्तराखंड में मौसम का मिजाज ऐसा ही बना रहेगा।
उत्तराखंड आपदा के लिहाज से बेहद संवेदनशील है, यही वजह है कि राज्य अपनी तरफ से पूरी एहतियात बरत रहा है। राज्य में एनडीआरएफ के ढाई सौ से ज्यादा जवानों की तैनाती की गई है। मौसम विभाग ने उत्तराखंड में तेज बारिश की चेतावनी जारी की है। बारिश होती है तो हादसों की आशंका बढ़ जाती है। यही वजह है कि किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटने के लिए देहरादून, पिथौरागढ़, चमोली, रुद्रप्रयाग, हरिद्वार, ऋषिकेश और उत्तरकाशी में एनडीआरएफ की टीम तैनात की गई है। टीम को छह दलों में बांटा गया है। हर दल में 45 जवान हैं।