उत्तराखंड में मानसून की बारिश जैसे- जैसे तेजी पकड़ रही है, वैसे-वैसे मुश्किलें भी बढ़ने लगी हैं। बागेश्वर में अतिवृष्टि के कारण जहां रविवार को दो मकान ध्वस्त हो गए थे, तो वहीं सोमवार को कपकोट के लाहर गांव में एक गौशाला मलबे में दब गई। जिसमें एक भैंस वह एक गाय का बछड़ा दब गया। सूचना मिलने पर एसडीआरएफ की टीम रेस्क्यू के लिए घटनास्थल पहुंची, लेकिन मलबा अधिक होने के कारण पशुओं का कुछ पता नही चल पाया।
वहीं मौसम विभाग के अनुसार उत्तराखण्ड में अगला एक सप्ताह बारिश के लिहाज से बहुत संवेदनशील है। कुमाऊं मण्डल में अगले तीन दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिसे देखते हुए पिथौरागढ़, चम्पावत, बागेश्वर, अल्मोड़ा और नैनीताल जिलों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं। इन पांचों जिलों के डीएम ने सोमवार शाम आदेश जारी कर मंगलवार को कक्षा एक से 12 तक जिले के सभी शासकीय, अशासकीय तथा निजी विद्यालयों तथा आंगनबाड़ी केंद्रों में अवकाश घोषित कर दिया है।
कुमाऊं और गढ़वाल में भूस्खलन , बोल्डर गिरने की घटनाओं से केदारनाथ हाईवे समेत कई सड़कों पर सोमवार को आवाजाही प्रभावित रही। वहीं जोशीमठ नगर से लगभग 35 किमी. आगे मलारी बार्डर रोड़ पर बोल्डरों की चपेट में आकर 2 ट्रक क्षतिग्रस्त हो गए।