उत्तराखण्ड कांग्रेस संगठन में बदलाव के बाद घमासान मचा हुआ है, कई जिलों में सगठन में महत्वपूर्ण पदों पर कार्यरत कार्यकर्ता इस्तीफा दे चुके हैं। वहीं अब कई विधायकों ने भी नाराजगी जताई है। आज देऱ शाम तक कांग्रेस के 19 में से 10 विधायक बैठक कर सकते हैं, और नई पार्टी बनाने पर भी विचार कर सकते हैं। धारचूला से कांग्रेस विधायक हरीश धामी अब खुलकर बगावत पर उतर आए हैं। उन्होंने कहा है कि अब वह कांग्रेस में नहीं रह पाएंगे। कांग्रेस में बहुत सीनियर विधायक थे जिनको जिम्मेदारी दी जानी चाहिए थी।
विधायक हरीश धामी ने उत्तराखण्ड कांग्रेस प्रदेश प्रभारी देवेन्द्र यादव पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा है कि इस वक्त कांग्रेस संगठन प्रदेश प्रभारी देवेन्द्र यादव के चंगुल में है, उन्होंने कहा कि देवेन्द्र यादव की वजह से कांग्रेस सत्ता में नहीं आ पाई जबकि इस बार कांग्रेस के सत्ता में आने की पूरी उम्मीद थी। धामी ने आरोप लगाते हुए कहा कि जब चुनावों में प्रचार की जरूरत थी तब प्रभारी देहरादून के निजी होटल में एसी कमरों में बैठे थे।
वही धामी ने कहा कि बड़ी संख्या में विधायक नाराज हैं, उनके अनुसार हम बात कर रहे हैं। सब विकल्पों पर विचार कर रहे हैं हम चाहेंगे की अपना दल बनाकर सदन में काम भी कर सकते हैं, लोकतंत्र के हित में कोई भी फैसला ले सकते हैं। हरीश धामी ने साफ कहा की मैं आहत हूँ कहा अगर जनता कहेगी तो 2014 में एक बार मैंने अपनी विधायकी छोड़ी थी क्षेत्र के विकास के लिए अगर एक बार फिर मेरे इलाके की जनता कहेगी तो फिर इस्तीफा दें सकता हूँ अगर पुष्कर धामी के लिए इस्तीफा देने के लिए भी तैयार हूँ।