उत्तराखंड में प्रमोशन में आरक्षण का मुद्दा अब और अधिक गर्मा गया है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से सरकार ने इस पर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है। सरकार की चुप्पी साधने से अब इस मुद्दे पर जनरल-ओबीसी कर्मचारी संगठन सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए सड़क पर उतर आया है, तो वहीं 2 मार्च से अनिश्चित कालीन हडताल पर जाने का ऐलान किया है।
वहीं इस मुद्दे पर कांग्रेस से राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा ने बयान देकर इस मुद्दे पर आग में घी डालने का काम किया है, अल्मोड़ा में पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि यदि राज्य सरकार प्रमोशन में आरक्षण को हटाती है, तो प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आने के बाद प्रमोशन में आरक्षण को फिर से लागू कर दिया जाएगा। उनके इस बयान पर जनरल ओबीसी कर्मचारी संगठन ने कड़ा ऐतराज जताया है, और कल प्रदेशभर में प्रदीप टम्टा का पुतला दहन करने का एलान किया है।
जनरल ओबीसी कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष दीपक जोशी का कहना है कि प्रदीप टम्टा का बयान एक वर्ग विशेष को लाभ देने को लेकर दिया गया है, जो कि पूरी तरह गलत है।उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में जो भी नेता प्रमोशन में आरक्षण की बात करेगा उसका जनरल ओबीसी कर्मचारी संगठन विरोध करेगा। उन्होंने कहा कि कल प्रदेश के सभी जनपदों में कर्मचारी अपनी माँग को लेकर शाम 5 बजे एक मशाल जुलूस निकाल कर प्रदीप टम्टा का पुतला दहन करेंगे, उसके बाद भी सरकार नहीं जागी तो जनरल ओबीसी कर्मचारी 2 मार्च से आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर अनिश्चित कालीन कार्यबहिष्कार करने को बाध्य होंगे। साथ ही दीपक जोशी ने कहा कि यह आन्दोलन अब रुकने वाला नहीं है। उत्तराखंड के साथ-साथ अब अन्य राज्यों के जनरल ओबीसी कर्मचारी भी हमारा साथ दे रहे हैं।