
उत्तराखंड में बीते दिनों लगातार हुई बारिश ने आम जन-जीवन पर व्यापक प्रभाव डाला है, पहाड़ों में भूस्खलन के चलते कई सडक मार्ग बंद हो गए, जिन्हें प्रशासन द्वारा खुलवाने का कार्य जारी है।
पिथौरागढ़ जिले में पिथौरागढ़-घाट नेशनल हाईवे बुधवार से बंद है। जिसके कारण यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली बैंड में मलबा आने से शुक्रवार को भी पिथौरागढ़-घाट नेशनल हाइवे में लगातार तीसरे दिन वाहनों की आवाजाही ठप रही। सीमांत की यह लाइफ लाइन शनिवार को भी वाहनों के लिए बंद रहेगी। एनएच ने शनिवार की देर शाम तक सड़क खोलने की बात कही है।
बता दें कि मंगलवार की रात मलबा आने से पिथौरागढ़-घाट एनएच पर बुधवार की सुबह से वाहनों की आवाजाही ठप पड़ी हुई है। बुधवार शाम को कुछ समय के लिए एनएच खोला गया था इसके कुछ देर बाद ही दिल्ली बैंड के साथ ही दो अन्य स्थानों पर पहाड़ी दरक गई। मलबा आने से मार्ग फिर अवरुद्ध हो गया था। अब मटेला सहित दो स्थानों पर मलबा हटा दिया गया था, लेकिन दिल्ली बैंड में मलबा लगातार पहाड़ी से गिर रहा है।
मलबा नहीं हटने से शुक्रवार को भी एनएच में यातायात ठप रहा। पिथौरागढ़ से मैदानी क्षेत्रों के लिए थल रूट से वाहन संचालित हुए, लेकिन मैदानी क्षेत्रों से आ रहे जिन यात्रियों को जानकारी नहीं थी वह घाट में फंस गए। यात्री घाट पुल से पैदल खड़ी चढ़ाई पार कर मीना बाजार पहुंचे। उन्हें यहां से दूसरे वाहनों से पिथौरागढ़ आना पड़ा। इस दौरान भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।