आखिर वो कौन सी समस्याएं होती होंगी जो एक इंसान को उसकी जिंदगी से बड़ी लगने लगती हैं, जिनकी वजह से वो आत्मघाती कदम उठाने से भी नहीं झिझकता। ना पत्नी का ख्याल आता है ना बच्चों का…ऊधमसिंहनगर के गांव गोबरा के रहने वाले ग्रामीणों के मन में आज कुछ ऐसे ही सवाल हैं। गोबरा गांव में रहने वाले एक पूर्व सैनिक ने खुद को गोली मार कर खुदकुशी कर ली है। मृतक का नाम गुरदीप सिंह है, वो 51 साल के थे। शुक्रवार शाम 4 बजे गुरदीप सिंह ने घर में रखी लाइसेंसी बंदूक से खुद को गोली मार ली। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और लाश को अपने कब्जे में ले लिया। पुलिस को मृतक के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है, पर इसमें भी खुदकुशी की वजह नहीं लिखी हुई है। पुलिस ने उस लाइसेंसी बंदूक को अपने कब्जे में ले लिया है, जिससे गुरदीप ने खुद को गोली मारी। गुरदीप की मौत से पूरे गांव में कोहराम मचा हुआ है, हर कोई यही कह रहा है कि जिस सैनिक ने कभी दुश्मनों को पीठ नहीं दिखाई, वो जिंदगी को पीठ दिखाकर क्यों चला गया। अपने सुसाइड नोट में गुरदीप ने अपनी मौत का जिम्मेदार किसी को नहीं ठहराया है।
परिजनों ने बताया कि शुक्रवार शाम चार बजे 51 साल के गुरदीप सिंह घर पर ही थे, कि तभी अचानक उन्होंने अपनी 12 बोर की लाइसेंसी बंदूक निकाली और खुद को गोली मार ली। घटना के वक्त गुरदीप की पत्नी भूपेंद्र कौर खेत पर गई हुई थी, शाम को जब वो वापस लौटी तो पति को खून से लतपथ देख वो बेहोश हो गई। मृतक गुरदीप सिंह साल 2006 में सेना से रिटायर हुए थे। उनका एक बेटा और एक बेटी है, बेटा दिल्ली में पढ़ रहा है, जबकि बेटी देहरादून में पढ़ती है। जो सुसाइड नोट गुरदीप के पास से मिला उसमें गुरदीप ने लिखा है कि वो अपनी मर्जी से खुदकुशी कर रहे हैं, इसका जिम्मेदार किसी को ना ठहराया जाए। साथ ही ये भी लिखा है कि इस मामले में किसी पर केस दर्ज ना किया जाए। पुलिस ने सुसाइड नोट को कब्जे में ले लिया है। पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवा कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।