उत्तराखण्ड में बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाले का पर्दाफाश करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता पंकज लांबा की गोली लगने से मौत हो गई है। घटना हरिद्वार की रानीपुर कोतवाली के सुमन नगर क्षेत्र में घटित हुई, जिससे क्षेत्र में हडकंप मचा हुआ है। 46 वर्षीय पंकज लांबा शिवालिक नगर में किराये पर रहते थे।
शुक्रवार रात लांबा दो दोस्तों के साथ सुमन नगर स्थित अपने परिचित के घर गए थे।परिचित ने दिल्ली में दूसरी शादी कर ली है, जबकि उनकी दो लड़कियां और दो बेटे सुमन नगर में रहते हैं। चारों बच्चे नाबालिग हैं। पुलिस के मुताबिक पंकज लांबा ने दोस्तों के साथ मिलकर नाबालिग बच्चों के साथ पार्टी की।
बताया जा रहा है कि पंकज ने रात करीब 11 बजे 15 साल की नाबालिक बच्ची की जिद पर अपनी राइफल की मैगजीन निकालकर उसे दे दी। बच्ची ने ट्रिगर दबाया तो चैंबर में फंसी गोली चल गई और पंकज लांबा को लग गई। आनन-फानन में पंकज लांबा को अस्पताल ले जाया गया और चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
लांबा की गोली लगने से मौत होने से पुलिस में हड़कंप मचा है। पंकज लांबा की हत्या की आशंका भी जताई जा रही है। पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल में जुट गई है।
बता दें कि सामाजिक कार्यकर्ता पंकज लांबा की शिकायत पर ही वर्ष 2011-12 से वर्ष 2016 तक अनुसूचित जाति जनजाति छात्रवृत्ति घोटाले का खुलासा हो सका है। घोटाले में कुछ दिन पहले ही एसआईटी ने एक आरोपी को सहारनपुर से गिरफ्तार भी किया है।