उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण ने रफ्तार पकड़ी है, रोजाना 1000 से अधिक मामले सामने आ रहे हैं, बढ़ते संक्रमितों की संख्या को देखते हुए शासन ने उत्तराखंड आने वालों के लिए कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट साथ लाने के निर्देश दिए हैं। प्रशासन ने अब सुरक्षा की दृष्टि से सख्त कदम उठाने भी शुरू कर दिए हैं। नैनीताल जिला प्रशासन द्वारा भी जिले की सुरक्षा के मद्देनजर अहम कदम उठाया गया है, अब दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को काठगोदाम से उपर नहीं जाने दिया जाएगा, जो भी बाहरी राज्यो से काठगोदाम होते हुए ऊपर की ओर आना चाहेगा उन सभी को गौलापार अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में बने स्टेजिंग एरिया में भेज दिया जाएगा, इसके लिए आज से ही ये कार्य शुरू भी कर दिया गया है। नैनीताल जिले में प्रवेश के लिए इस कड़े नियम का अनुपालन करना प्रत्येक व्यक्ति के लिए आवश्यक होगा।
अनलॉक 4 की गाइडलाइंस के बाद उत्तराखंड में बाहरी राज्यो से आ रहे लोगो की जांच इत्यादि राज्य की सीमा पर करने आदेश राज्य सरकार ने दिए थे लेकिन बावजूद इसके राज्य में कोरोना का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। खासकर देहरादून, नैनीताल, और उधमसिंह नगर में कोरोना ने तहलका मचाया हुआ है। नैनीताल जिलाधिकारी सविन बंसल ने नैनीताल जिले की सुरक्षा के लिहाज से ये महत्वपूर्ण कदम उठाया है,उन्होंने अनिवार्य रूप से जिले के बॉर्डर पर कोरोना जांच के आदेश दिए हैं। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए टेस्टिंग को बढ़ावा दिया जाएगा। दूसरों राज्यों से आने वाले लोग अपने जिले में कोरोना का प्रसार नहीं करें।
डीएम सविन बंसल का कहना है कि जो लोग जांच नहीं कराते हैं तो नियमानुसार उन्हें पहले की तरह ही क्वारंटाइन किया जाएगा इसके बाद जांच की जाएगी, इस नियम का पालन अनिवार्य रूप से करना ही होगा। दूसरी ओर सीएमओ डॉ. भागीरथी जोशी का कहना है कि जांच के लिए जिले में दो निजी लैब हैं। उन्हें बता दिया गया है। वह अपनी तैयारी में जुटे हैं। जिले में दो जगह गौलापार अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम व रामनगर में जांच होगी। आरटी पीसीआर जांच के लिए पहले से निर्धारित शुल्क 2400 रुपये ही लिए जाएंगे। एंटीजन जांच कराने के लिए फिलहाल 1050 शुल्क लेना होगा।