उत्तराखंड में कोरोना संक्रमितों के मामले दस हज़ार के आंकड़े को छूने को तैयार है। इसके बावजूद लोग सोशल डिस्टेंनसिंग या कोरोना से बचाव और गाइडलाइंस का पालन नहीं कर रहे हैं, कहीं खुद प्रशासन ही इस तरह के मामलों में लापरवाही बरतता दिखाई देता है, तो कहीं आम जनता भी कोरोना को लेकर गम्भीर नज़र नहीं आती है। प्रदेश में बीते रोज 369 कोरोना केस दर्ज किए गए थे, साथ ही चार मरीजों की मौत भी हुई थी।
प्रदेश में बढ़ते कोरोना मामलों पर प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत का कहना है कि जब तक कोरोना की कोई वैक्सीन नहीं आ जाती तब तक मामले बढ़ते ही रहेंगे। उन्होंने कहा कि हाल फिलहाल सतर्कता ही इसका बचाव है, हमें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन बार-बार सतर्क रहने की अपील कर रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना के लंबे समय तक चलने की भी आशंका व्यक्त की है, इसलिए हमें विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी गाइडलाइन्स का पालन करना होगा। फिलहाल इस बीमारी का कोई निदान नहीं है, हमें इससे बचना होगा। जब इसकी दवाई बन जाएगी तभी लोगों का इलाज संभव हो पाएगा।