
ऊधमसिंहनगर- नैनीताल से सांसद अजय भट्ट ने एक बार फिर उत्तराखण्ड के मुद्दों को सदन में उठाया है। सांसद अजय भट्ट ने इस बार रामनगर में स्थित गर्जिया मंदिर के रखरखाव का मुद्दा सदन में उठाया। उन्होंने सदन में कहा कि नैनीताल जनपद के रामनगर में विश्व प्रसिद्द मां गिरिजा देवी के मंदिर परिसर को बरसात में खतरा उत्पन्न होने की आशंका है, क्योंकि जिस टीले पर मां गिरिजा देवी का मंदिर बना हुआ है वह टीला चारों तरफ से कोसी नदी से घिरा हुआ है और प्रतिदिन उसकी बाहरी सुरक्षा कमजोर हो रही है। उन्होंने सदन के माध्यम से केन्द्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री से मां गिरिजा देवी मंदिर के रखरखाव और उस मंदिर परिसर की सुरक्षा के लिए टीम भेजकर सर्वे कराकर कोई महत्वपूर्ण कदम उठाने की मांग की है।
बता दें कि मन्दिर के मिट्टी के टीले में वर्ष 2010 की भीषण बरसात में कुछ जगह पर दरारें पड़ गई थी। तब से मन्दिर समिति टीले की सुरक्षा की मांग कर रहे हैं। आज तक मन्दिर के टीले की सुरक्षा को लेकर कोई कार्रवाई नहीं हो पाई। साल दर साल ये दरारें मोटी होती जा रही हैं, जिससे मंदिर की सुरक्षा खतरे में दिखाई दे रही है। हाल ही में जिलाधिकारी धीराज गबर्याल ने गर्जिया मंदिर के टीले में आईं दरारों की जांच और मंदिर की सुरक्षा के लिए डीएम आईआईटी रुड़की इंजीनियर विभाग के विभागाध्यक्ष को पत्र भी लिखा था। पत्र में गर्जिया मंदिर के टीले की सुरक्षा के लिए ठोस उपाय करने को कहा था। साथ ही कहा कि मंदिर की सुरक्षा में आने वाले खर्च को जिला प्रशासन वहन करेगा। डीएम ने पत्र में यह भी उल्लेख किया था कि विगत काफी समय से गर्जिया मंदिर जिस टीले पर है, उस पर दरारें पड़ गई हैं। इससे निकट भविष्य में मंदिर को खतरा होने की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता है।
हालांकि स्थानीय स्तर पर मंदिर की सुरक्षा के लिए स्थानीय स्तर पर टीले के चारों तरफ सुरक्षा दीवार दी जा रही है। अब सांसद द्वारा इस मुद्दे को सदन में उठाकर केन्द्र सरकार का ध्यान भी इस ओर खींचा है। अब यह देखने वाली बात होगी कि केन्द्र व राज्य सरकार गर्जिया मंदिर की सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाती है।