चारधाम यात्रा शुरू हुए अभी कुछ ही दिन हुए हैं, लेकिन यात्रा रूट से दुखद खबरें लगातार सामने आ रही हैं। रुद्रप्रयाग में केदारनाथ दर्शन के लिए आई दो महिला यात्रियों के लिए चारधाम का ये सफर आखिरी सफर साबित हुआ, हार्ट अटैक की वजह से महिला श्रद्धालुओं की दुखद मौत हो गई। इसके साथ ही चारधाम यात्रा के दौरान हार्ट अटैक से मरने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 4 से बढ़कर छह हो गई है। इनमें से केदारनाथ में मरने वाले श्रद्धालुओं की संख्या तीन है। बताया जा रहा है कि दोनों श्रद्धालु महिलाएं राजस्थान से आई हुईं थीं। 62 साल की स्वरूपी देवी राजस्थान के जयपुर की रहने वालीं थीं। गुरुवार दोपहर अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई। मंदिर परिसर में मौजूद पुलिसकर्मी उन्हें कंडी से सिक्स सिग्मा अस्पताल लेकर गए, लेकिन स्वरूपी देवी बच नहीं सकीं। कुछ ही देर में उन्होंने दम तोड़ दिया। महिला श्रद्धालु की मौत की दूसरी दर्दनाक घटना गुरुवार शाम साढ़े 5 बजे की है। जयपुर के ही मानसरोवर में रहने वाली 74 साल की विजयलक्ष्मी को केदारधाम में दर्शन के वक्त सीने में तेज दर्द की शिकायत हुई। आनन-फानन में उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन उनकी मौत हो गई।
दोनों महिला श्रद्धालुओं की मौत की वजह हार्ट अटैक बताई जा रही है। आपको बता दें कि चारधाम यात्रा के दौरान हार्ट अटैक से श्रद्धालुओं की मौत के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। इससे पहले यमुनोत्री में दो और बदरीनाथ में एक यात्री की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। चारधाम यात्रा बेहद कठिन यात्रा है, इस दौरान स्वास्थ्य का ध्यान रखना बेहद जरूरी है…चारधाम जैसी यात्रा के लिए मन में आस्था के साथ ही इंसान का स्वस्थ होना भी जरूरी है…क्योंकि जान है तो जहान है…यात्रा पर आने वाले बुजुर्ग यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वो मेडिकली फिट होने पर ही यात्रा पर आएं। ऊंचे पर्वतीय इलाकों में ऑक्सीजन का लेवल कम हो जाने से सांस लेने में तकलीफ होने लगती है…खासकर वो लोग जो कि पहाड़ी परिवेश में रहने के आदि नहीं हैं, उन्हें विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए। दमा और हार्ट पेशेंट्स चारधाम यात्रा पर आने से पहले अपने स्वास्थ्य की जांच जरूर कराएं, ताकि बाद में होने वाली परेशानियों से बचा जा सके।