टिहरी जिला सहकारी बैंक के नवनियुक्त अध्यक्ष सुभाष रमोला ने बैंक अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने बताया कि टिहरी जिला सहकारी बैंक पर 46 करोड़ 37 लाख रुपये का एनपीए है। बैठक की जांच में जिले के सहकारी बैंक से 85 लाख रुपये शराब माफियाओं, भूमाफियाओं, खनन माफिया और अन्य जिलों में लोन देने का मामला सामने आया है। इसकी वसूली के लिए अब बकायदारों की सूची नाम फोटो के साथ बैंक के बाहर चस्पा की जाएगी। इसके लिए दस दिन का समय सीमा तय की गई है।
उन्होंने बताया कि बकायदारों से लोन वसूली के लिये कर्मचारियों को निर्देशित किया गया है। इसके तहत बकायदारों के द्वारा लोन ना लौटाने पर गारंटर को नोटिस भेजा जायेगा। जिसके बाद कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही बताया कि जांच में ये भी सामने आया है कि बैंक ने कई लोगों को भी लोन दिया है, जिन्होंने अपने जरूरी कागजात भी जमा नहीं किये हैं। जिससे बैंक की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं।