कल्जीखाल के क्षेत्र प्रमुख महेंद्र राणा ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने ग्रामीण परिवेश वाले क्षेत्र में इस तरह के कार्यक्रम करने पर जोर दिया, ताकि लोग अपनी संस्कृति से जुड़े रहे। साथ उन्होंने पहाड़ो में भाईचारा और संस्कृति को बचाए रखने के लिए इस तरह के महोत्सव को महत्वपूर्ण बताया।
शहरों में रहने वाले लोग भी इस महोत्सव में शामिल होने आते है। इसी के साथ गांवों से पलायन कर चुके परिवार भी इस आयोजन के जरिए अपने गांव पहुंचते है। इस तरह वो अपने गांव से जुड़े रहते है। हर वर्ष इस महोत्सव को त्योहार की तरह मनाया जाता है। इन महोत्सव की मदद से लुप्त हो रही पहाड़ की संस्कृति को बचाने का प्रयास किया जा रहा है और आने वाले समय मे इस महोत्सव को और भी भव्य तरह से मनाया जाएगा।