क्या है जलियांवाला बाग हत्याकांड
सभा में कुछ लोग भाषण दे रहे थे। वहीं कुछ लोग ऐसे थे जो परिवार के साथ मेला देखने और शहर घूमने के लिए आए हुए थे। नेता जब बाग में रोड़ियों के ढेर पर खड़े होकर भाषण दे रहे थे तभी जनरल डायर ने बाग से बाहर निकलने वाले सभी रास्ते बंद कर दिए। बाग से बाहर निकलने का जो रास्ता खुला था वहां डायर ने हथियारबंद गाड़ियां खड़ी कर दीं।
लगभग 100 सैनिकों के साथ डायर बाग के गेट पर पहुंचा और 10 मिनट तक बिना रुके अंधाधुंध गोलियां चलवा दीं। गोलीबारी में हजारों लोगों की जान चली गई थी। गोली से बचने के लिए बहुत से लोगों ने कुएं में छलांग लगा दी थी। गोलीबारी के बाद कुएं से 200 से ज्यादा शव बरामद हुए थे। वहीं निकास का रास्ता संकरा होने की वजह से बहुत से लोग भगदड़ में कुचले गए थे।
कहा जाता है कि 10 मिनट मे 1650 राउंड गोलियां चली थीं। डायर तब जाकर रुका जब उसके सैनिकों की गोलियां खत्म हो गईं। इस घटना में तकरीबन 1000 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 1500 से ज्यादा घायल हुए थे। लेकिन ब्रिटिश सरकार मरने वाले लोगों की संख्या 379 और घायल लोगों की संख्या 1200 बताती है।