Home उत्तराखंड अर्धकुंभ 2016 में बिछुड़ी महिला 5 साल बाद महाकुंभ में मिली..

अर्धकुंभ 2016 में बिछुड़ी महिला 5 साल बाद महाकुंभ में मिली..

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हरिद्वार कुम्भ के खोया पाया केंद्र ने अब तक 400 लापता लोगों को अपनो से मिलाया है, वहीं एक आश्चर्यजनक घटना घटित हुई जिसमें एक महिला अपनों से अर्धकुम्भ 2016 में बिछुड़ी ओर आज त्रिवेणी घाट में अपनों से मिली। बाहरी एवं संदिग्ध व्यक्तियों के सत्यापन हेतु कुंभ मेला पुलिस ऋषिकेश के द्वारा सघन सत्यापन अभियान चलाए जाने के क्रम में दिनांक 11 जनवरी 2021 को त्रिवेणी घाट परिसर में निवासरत कृष्णा देवी w/o ज्वाला प्रसाद ग्राम नदे पार पो. जोगिया उदयपुरय जिला सिद्धार्थ नगर उत्तर प्रदेश का सत्यापन किया गया सत्यापन की एक प्रति फ़ोटो सहित सत्यापित कि गए महिला के मूल निवास स्थान जिला सिद्धार्थ नगर उत्तर प्रदेश भेजी गई, उक्त सत्यापित प्रति को सिद्धार्थ नगर पुलिस द्वारा जांच कर महिला के परिजनों से संपर्क किया गया।

उक्त महिला कृष्णा देवी वर्ष 2016 अर्धकुंभ हरिद्वार में स्नान हेतु घर से निकली थी, परंतु घर वापस नहीं लौटी तो परिजनों ने हरिद्वार, अयोध्या, बनारस, इलाहाबाद अपनी सभी रिश्तेदारी में कृष्णा देवी की ढूंढ खबर की एवं सभी प्रमुख समाचार पत्रों एवं टीवी पर भी महिला की गुमशुदगी का प्रचार प्रसार करवाया एवं थाना जोगिया उदयपुर जिला सिद्धार्थ नगर में कृष्णा देवी की गुमशुदगी दर्ज करवाई, काफी ढूंढ खोज करने पर एवं पुलिस द्वारा भी गुमशुदगी में कृष्णा देवी की तलाश न होने पर परिजन थक हार कर कृष्णा देवी की मिलने की आशा छोड़ चुके थे।

पुलिस थाना सिद्धार्थनगर द्वारा कृष्णा देवी के पुत्र दिनेशवर पाठक से संपर्क कर उसे कुंभ मेला पुलिस की सत्यापन प्रति दिखलाकर उसकी माता जी के सही सलामत ऋषिकेश में निवासरत होने की सूचना दी खबर मिलते ही सभी हतप्रभ हो गए जिसकी आस नहीं थी वो भी सम्भव हो गया, सभी का खुशी का ठिकाना न रहा तत्काल ही
ज्वाला प्रसाद पुत्र दिनेश्वर पाठक पुत्री उमा उपाध्याय उन्हें लेने कुंभ मेला थाना ऋषिकेश पहुंचे महिला द्वारा बताया गया कि गुमशुदगी के दौरान उसके द्वारा हरिद्वार, अयोध्या, मथुरा, वृदावन गंगोत्री, यमुनोत्री, बदरीनाथ, केदारनाथ, आदि की यात्रा भी की गई।

आज आवश्यक कार्रवाई के पश्चात कृष्णा देवी को परिजनों को सुपुर्द किया गया परिजनों द्वारा कुंभ मेला पुलिस ऋषिकेश का ह्रदय से आभार प्रकट किया और साथ ही कुम्भ मेला पुलिस के इस मानवीय कार्य की सराहना और प्रशंसा की गई।