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हल्द्वानी में मोबाइल खरीद को लेकर दो गुटों में जमकर हुई हाथापाई, देखती रही पुलिस।

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हल्द्वानी में पुलिस के सामने ही दो गुट भिड़ गए और जमकर मारपीट हुई। पहले आवास विकास में तो बाद में कोतवाली के बाहर जमकर हाथापाई हुई।मोबाइल खरीद फरोख्त को लेकर हुई कहानसुनी ने लड़ाई का रुप ले लिया। मामले के अनुसार आवास विकास के दुकानदार वकार से एक फौजी ने 19 हजार 990 रुपये का एक मोबाइल खरीदा था। मोबाइल सेट में गड़बड़ी आने पर उसे सर्विस सेंटर में चेक कराया। सर्विस सेंटर के कर्मचारियों ने बताया कि यह मोबाइल सेट पुराना है। फौजी का कहना है कि वह दुकान पर मोबाइल लेकर गया और सवाल किया कि उसने नया मोबाइल का पैसा लेकर पुराना सेट क्यों दिया था। उसने गारंटी के अंदर मोबाइल सेट बदलने का अनुरोध किया। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी हो गई। बहस के दौरान दुकानदार के कर्मचारियों ने फौजी के साथ हाथापाई कर दी। फौजी ने अपने साले सुभाषनगर निवासी मधुकर प्रताप सिंह बनोला को मामले से अवगत कराया। साले ने पूछताछ की तो दुकानदार उस पर भी भारी पड़ गया। मधुकर का कहना था कि दुकानदार उसे गाली देते हुए जान से मारने की धमकी दी। दुकान के 7-8 कर्मचारियों ने उसे दौड़ा लिया। घर पहुंचने पर भी हमलावरों ने उसकी पिटाई की। बीच बचाव करने के लिए उसकी पत्नी दीपा आयी तो हमलावरों ने उसे भी पीटा और बाल खींचते हुए बाहर ले आए।आरोप है कि हमलावरों ने पत्नी का मंगलसूत्र और चेन छीन ली। बचाव करने पर भाजयुमो नेता नीरज बिष्ट और पिता नंदन सिंह को भी चोटें आई। शोरगुल सुनकर मोहल्ले के लोग इकट्ठा हो गए। इसके बाद हमलावर मौके से भागने लगे। इस बीच पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। भीड़ में शामिल लोगों ने पुलिस के साथ धक्का मुक्की की। पुलिस ने उजाला नगर निवासी दुकानदार वकार अहमद, भाई तस्लीम अहमद, लाइन नंबर 18 निवासी दानिश, मनोज बोरा, दो नहरिया निवासी भास्कर कठैत, गौजाजाली निवासी राजेश गुप्ता, दमुवाढूगा के रबनीत सिंह को पकड़कर हिरासत में ले लिया। मधुकर की ओर से पुलिस को तहरीर दी गई है।
दुकानदार वकार का कहना था कि उसके पास चार दुकानें और 40 कर्मचारी मौजूद हैं। घटना के समय दुकान में सिर्फ तीन कर्मचारी मौजूद हैं। आरोप लगाया कि स्थानीय लोगों ने उसकी दुकान में घुसकर तोड़फोड़ की तो अपने अन्य कर्मचारियों को फोन कर बुलाया था।
आवास विकास में मारपीट और बवाल की घटना होने के बाद काफी लोगों की भीड़ कोतवाली के सामने इकट्ठा हो गई। इस बीच अकरम नामक युवक महिला की फोटो खींच रहा था। आवास विकास के मौजूद लोगों ने अकरम को पीटना शुरू कर दिया। इस पर वहां मौजूद कोतवाल संजय कुमार और एसएसआई कश्मीर सिंह दौड़ पड़े। पुलिस ने अकरम को हमलावरों से बचाया। पुलिस एक हमलावर को पकड़कर थाने में लाई, लेकिन सत्ता पक्ष से जुड़े लोग उसे लेकर चले गए। इधर दुकानदार ने आरोप लगाया कि उसकी दुकान में तोड़फोड़ करने पर बवाल हुआ।

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