
26 जून को हर साल दुनियाभर में अंतर्राष्ट्रीय नशा निषेध दिवस के रूप में मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र के सहयोग से इस दिवस की स्थापना वर्ष 1987 में हुई थी, लोगों को नशे से मुक्त कराने और उन्हें जागरुक करने के उद्देश्य से यह दिवस मनाया जाता है। अल्मोडा जनपद में भयावह नशे से ग्रस्त युवाओं के कल्याण के लिए जिला प्रशासन के सहयोग व जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया के सार्थक पहल पर हवालबाग में नशा मुक्ति केन्द्र संचालित किया जा रहा है। यह केन्द्र अल्मोडा के प्रसिद्ध आयुर्वेदिक चिकित्सक व समाजसेवी डाँ अजीत तिवारी के निर्देशन में चल रहा हैं।
इस केन्द्र में नशे से ग्रसित युवा जो भर्ती किये जाते हैं उन्हें बिना किसी प्रताड़ना के ठीक करने की कोशिश की जाती है। जिसमें आयुर्वेदिक चिकित्सा, प्राकृतिक चिकित्सा, मर्म चिकित्सा, योग, यज्ञ, ध्यान, खेलकूद, सकारात्मक कक्षाओ के द्वारा नशा मुक्ति केन्द्र में चिकित्सा की जाती है। इस केन्द्र से ठीक होकर निकले दो युवाओं ने आज जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया से मुलाकात की उन्होंने केन्द्र में बिताये 5-6 माह के समय को जिलाधिकारी से साझा किया। नशे की आदत को छोडकर एक सकारात्मक सोच के साथ जीवन बिताने के उद्देश्य से निकले दो युवाओं में से एक युवा रियाज ने बताया कि नशा मुक्ति केन्द्र हवालबाग में बिताये कुछ महीने मेरे जीवन को बदलने में सहायक हुये हैं अब मैं प्रशासनिक सेवाओं की तैयारी कर रहा हूँ, और अच्छा महसूस कर रहा हूं।
दूसरे युवा हिंमाशु ने भी बताया कि अपना रोजगार शुरू कर दिया है, और जिसमें पूरा समय दे रहा हॅू। जिलाधिकारी ने दोनों को बेहतर भविष्य की शुभकामनाएं देते हये उन्हे सम्मानित भी किया और कहा कि वे अन्य लोगों के लिए रोल माॅडल बन सकते हैं। अगर दृढ इच्छा शक्ति हो तो नशे की लत से बाहर निकलकर एक नये जीवन की कामना की जा सकती है।