कोरोना संकट में प्रदेश सरकार ने सरकारी कर्मचारियों के हर महीने के वेतन में से 1 दिन का वेतन काटे जाने का फैसला लिया था। सरकार के इस फैसले से कर्मचारियों में रोष है, और कर्मचारी संगठन इस फैसले के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। कर्मचारी संगठनों के विरोध पर अब सरकार कर्मचारियों के वेतन कटौती के निर्णय को वापस लेने की तैयारी कर रही है।
बीते दिनों प्रदेश के डॉक्टर्स ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सांकेतिक आंदोलन शुरू किया था, जिसमें एक दिन के वेतन कटौती के फैसले को भी वापस लेने की मांग की गई थी। मुख्यमंत्री से वार्ता के बाद डॉक्टर्स ने अपना आंदोलन खत्म कर दिया था और कहा था कि हमारी सभी मांगों को मान लिया गया है। अब सरकार जल्द ही स्वास्थ्य विभाग में वेतन कटौती खत्म कर सकती है। सरकार ने सफाई कर्मी और चतुर्थ श्रेणी कर्मियों के वेतन में कटौती के निर्णय को पहले ही वापस ले लिया था। अब माना जा रहा है कि चिकित्सकों, नर्सों, फार्मासिस्ट और टेक्नीशियनों की वेतन कटौती बंद करने की मांग पर जल्द निर्णय लिया जा सकता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य महानिदेशालय ने सरकार को स्वास्थ्य विभाग के सभी संवर्गों की वेतन कटौती बंद करने का प्रस्ताव भेजा है। वित्त के परीक्षण बाद यह प्रस्ताव कैबिनेट में भेजा जाएगा। जिस पर आगामी कैबिनेट बैठक में मुहर लगने की उम्मीद है।