राजधानी देहरादून में प्रदूषण जांच केन्द्रों की कमी को देखते हुए परिवहन विभाग ने प्रदूषण जांच प्रमाण पत्र न होने पर चालान में कुछ समय तक छूट दी थी। साथ ही परिवहन विभाग द्वारा शहर में सौ से अधिक प्रदूषण जांच केन्द्र खोले गए थे। प्रदूषण जांच की उचित सुविधा के साथ ही परिवहन विभाग द्वारा दी गई छूट भी समाप्त हो गई है। आज से परिवहन विभाग द्वारा बड़े स्तर पर प्रदूषण जांच अभियान शुरु किया जा रहा है, राजधानी देहरादून व आसपास के इलाकों में प्रदूषण फैला रहे वाहनों चालकों की अब खैर नहीं होगी।
राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) के निर्देश पर वायु प्रदूषण नियंत्रण को गठित मॉनीटरिंग कमेटी की पहल पर परिवहन विभाग के अधिकारियों द्वारा गाड़ियों की जांच की जाएगी। अभियान चलाने को लेकर एआरटीओ प्रवर्तन अरविंद पांडे की अगुवाई में अफसरों की सात सदस्यीय टीम भी गठित कर दी गई है।
एआरटीओ (प्रवर्तन) अरविंद पांडे ने अभियान की शुरुआत सुबह सात बजेे से कर दी है। इस दौरान गाड़ियों के प्रदूषण जांच के साथ ही ओवरलोडिंग, ओवरस्पीड, फिटनेस, परमिट, ड्राइविंग लाइसेंस की भी जांच की जाएगी। अभियान के दौरान प्रदूषण जांच पर खास फोकस रहेगा। जिन गाड़ियों के प्रदूषण निर्धारित मानकों से अधिक पाए गए, उन गाड़ियों पर तत्काल मौके पर ही नियमों के तहत भारी जुर्माना लगाने के साथ ही सीज करने की भी कार्रवाई की जाएगी।