Home खास ख़बर सही व्यायाम से घटेगा वजन, जानें वर्कआउट करने का सही समय…

सही व्यायाम से घटेगा वजन, जानें वर्कआउट करने का सही समय…

1140
SHARE

स्वस्थ व चुस्त-दुरुस्त रहने के लिए जितना जरूरी सही खानपान है, उतना ही जरूरी व्यायाम भी है, जिससे हमारा वजन भी नियंत्रित रहता है। स्वस्थ जीवन और खुशहाल जिंदगी की कुंजी है व्यायाम। इस कारण हमारी दिनचर्या में व्यायाम को महत्वपूर्ण स्थान देना जरूरी हो जाता है। अपने वजन को नियंत्रित और शरीर को चुस्त रखने के लिए क्या करें और क्या नहीं

जीवित रहने के लिए जिस प्रकार वायु, जल और भोजन आवश्यक है, उसी प्रकार शरीर को स्वस्थ एवं तंदुरुस्त रखने के लिए व्यायाम आवश्यक है। इसकी कमी से या इसको नियमित रूप से न करने से मनुष्य का जीवन दुर्बल और अनेक रोगों का घर बन जाता है। प्रतिदिन नियम के तहत व्यायाम करने से शरीर हल्का तथा फुर्तीला बना रहता है। व्यायाम हमेशा उतनी ही मात्रा में किया जाना चाहिए कि शरीर में थोड़ी थकावट तो महसूस हो, लेकिन आप थककर चूर न हो जाएं।

जैसे-जैसे शक्ति का संचार बढ़े, वैसे-वैसे व्यायाम का समय बढ़ाया जा सकता है। शरीर की शक्ति से बढ़कर व्यायाम करना हानिकारक सिद्ध हो सकता है। ध्यान रहे, व्यायाम शरीर को गठीला बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देने के साथ-साथ स्वस्थ रखने में भी सहायक होता है। विभिन्न लोगों के लिए विभिन्न प्रकार के व्यायाम हैं। कुछ शरीर को स्वस्थ बनाने के लिए होते हैं और कुछ निरोगी रखने में सहायक होते हैं। ऐसे ही कुछ व्यायामों के बारे में जानने की कोशिश करते हैं, जिनसे बढ़ती उम्र को 10 साल तक कम किया जा सकता है।

खेलकूद में मन लगाएं
सामूहिक खेलकूद केवल कसरत करने से कहीं ज्यादा उपयोगी होते है। खेलों में मजा तो आता ही है, साथ ही शारीरिक कसरत भी हो जाती है। लेकिन सभी खेल एक जैसे  उपयोगी नहीं होते। यह खेल की गति, उसमें लगने वाली ताकत, मासपेशियों के तालमेल, दबाव सहने की क्षमता आदि भी खेल की उपयोगिता पर निर्भर करती है।

जितना हो सके उतना चलें
चलना सभी उम्र के लोगों के लिए (खासतौर पर दिल की बीमारियों से प्रभावित लोगों के लिए) काफी उपयोगी होता है। शारीरिक फायदों के अलावा चलने से स्फूर्ति और आराम मिलता है। मध्यम गति से एक किलोमीटर चलने पर करीब 50 कैलरी ऊर्जा खर्च होती है। इसलिए जितना हो सके, चलना चाहिए।

योग को जीवन में ढालें
योग में शारीरिक और मानसिक दोनों तरह के अनुशासन की जरूरत होती है। योग एक कमाल का व्यायाम होता है, जिसमें मूलत: तीन चीज की जाती हैं- आसन, मुद्राएं, बंध। नियमित योग हृदय रोग, रक्तवाहिका रोग, डायबिटीज और मोटापा जैसे रोगों की रोकथाम करता है।

योग की सीमाओं को समझें
किसी भी आसन को तीन से पांच बार और योग को एक से दो बार किया जा सकता है। अनुलोम-विलोम, कपालभाति व भ्त्रिरका जैसे प्राणायाम में सांस को अधिक देर तक न रोकें, वर्ना चक्कर व उल्टी हो सकती है। शीर्षासन को अधिक देर करने से चक्कर आ सकता है और ब्लड प्रेशर भी बढ़ सकता है। इसलिए सभी अभ्यास विशेषज्ञ की देखरेख में ही सीखें या करें।

नियमों को न करें नजरअंदाज

शुरुआत के लिए : शुरुआती दिनों में बहुत अधिक व्यायाम करने से बचें। ट्रेनर के अनुसार ही व्यायाम करें। सप्ताह में जितना व्यायाम कहा जाए, उससे ज्यादा करना शरीर को तकलीफ दे सकता है।

वार्मअप : व्यायाम शुरू करने के पहले वार्मअप जरूर करें, ताकि आपका शरीर पूरी तरह से तैयार हो सके। अगर आप वार्मअप की अनदेखी करते हैं, तो यह आपके शरीर के लिए हानिकरक हो सकता है।

उम्र के अनुसार : व्यायाम का चुनाव अपनी उम्र के अनुसार करें और शुरू करने से पहले विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें। अगर आपको सेहत संबंधी कोई समस्या है, तो इसका विशेष ध्यान रखें।

खानपान का ध्यान : व्यायाम के साथ-साथ डाइट का भी विशेष ध्यान रखें और तेजी से पचने वाले भोजन का सेवन करें। ये शरीर में मांसपेशियों के निर्माण में सहायता करते हैं।

प्रभावी नहीं होते ये व्यायाम
– एरोबिक्स व्यायाम से शरीर लचीला और मजबूत तो बनता है, लेकिन यह चर्बी कम करने में उतना सक्षम नहीं है।
– स्पॉट ट्रेनिंग से वजन घटाना आसान नहीं होता। बेहतर होगा कि कार्डियो व्यायाम के साथ इनको मिलाएं।
– सिट-अप्स, क्रंच व एब्स एक्सरसाइज करने से पेट की चर्बी नहीं घटती। वजन घटाने के लिए प्रभावी व्यायाम का चुनाव करना जरूरी है।
– जब तक आप वेट ट्रेनिंग के साथ कार्डियों को नहीं मिलाते हैं, वजन घटाने में कोई इसका योगदान नहीं हो पाता है और आप व्यर्थ में ही पसीना बहा रहे होते हैं।
– सीधे पैर कर सिट-अप्स लगाना व्यर्थ है। इससे कोई फायदा नहीं होता। इस तरह से सिट-अप्स लगाने से कमर में चोट लगने की आशंका अधिक हो जाती है।
– अगर आप पूरे सेट लगाकर पुल-डाउन कर रहे हैं, तो ध्यान रहे कि आप रॉड को आगे की ओर रखते हुए ही इसे करें। पीछे से पुल डाउन करने पर आपकी गर्दन व कंधों में चोट आ सकती है।

खेल भी अच्छा व्यायाम
खेल शिक्षिका नंदिनी रावत के मुताबिक, स्वस्थ जीवन के लिए व्यायाम का बड़ा महत्व है। व्यायाम से रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ती है। व्यायाम से शारीरिक अंगों का विकास होता है और दृढ़ता आती है। छात्रों के लिए खेलना सबसे अच्छा व्यायाम है। कुश्ती, कबड्डी, फुटबाल, हॉकी आदि से व्यायाम की जरूरत पूरी हो जाती है और प्रसन्नता भी मिलती है। यदि आप व्यायाम को नजरअंदाज करते हैं तो बीमार पड़ सकते हैं।

व्यायाम करने का समय और फायदे
सुबह के व्यायाम के फायदे 

– सुबह का व्यायाम आपको नियमित बनाता है।
– यह व्यायाम भूख बढ़ाता है।
– यह नींद बेहतर बनाता है।

शाम के व्यायाम के फायदे  
– शाम का व्यायाम ऊर्जा बचाता है।
– व्यायाम से तनाव दूर होता है।
– सहनशक्ति बढ़ती है।

व्यायाम छोड़ने के दुष्प्रभाव  
– व्यायाम न करने से होता है लचीलेपन पर असर।
– व्यायाम छोड़ने से कम होती है मांसपेशियों की शक्ति।
– बीमारी में व्यायाम छोड़ने से होती है फिटनेस खराब।
– कम होती है शरीर के पाचन तंत्र की क्षमता।

कब न करें व्यायाम
– भोजन करने के तुरंत बाद व्यायाम कभी न करें।
– बुखार या मांसपेशियों में दर्द है, तो व्यायाम न करें।
– रात को व्यायाम करके तुरंत सोने से नुकसान होता है।
– रात में नींद पूरी नहीं हुई है, तो जबरदस्ती व्यायाम न करें।
– तेज चलते पंखे के सामने या नीचे व्यायाम न करें।
– व्यायाम करने में कोई समस्या हो, तो किसी विशेषज्ञ से सलाह लें।