पाकिस्तान में अब भी 22 आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर सक्रिय हैं। इसमें जैश-ए-मुहम्मद (Jaish-e-Mohammed) के नौ कैंप शामिल हैं। ये सभी शिविर पाकिस्तानी सेना की जानकारी में और उनके संरक्षण में चलाए जा रहे हैं। यह जानकारी ऐसे समय सामने आई है, जब पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान लगातार यह कहता रहा है कि उसके धरती पर किसी तरह का आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर नहीं हैं। ऐसे में एक बार फिर पाकिस्तान बेनकाब हुआ है। उसका एक और झूठ और सामने आया है।
पुलवामा आतंकी हमले (Pulwama terrorist attack) के बाद अतंरराष्ट्रीय बिरादरी के बढ़ते दबाव के बीच पाकिस्तान का दावा था कि उसके धरती पर कोई आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर नहीं हैं। उसके इस दावे के बीच यह खबर सामने आई है कि पाकिस्तान के अंदर 22 आतंकी कैंप अभी भी चल रहे हैं। यहां बाकायदे आतंकवादियों को प्रशिक्षित किया जाता है। यह भी बता दें कि पुलवामा आतंकी हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान में सक्रिय आतंकवादी संगठन जैश-ए-मुहम्मद ने लिया था। इस आतंकी हमले में सुरक्षा बल के 40 जवान मारे गए थे। एक वरिष्ठ अधिकार ने बताया कि जैश के नौ कैंप अब भी पाकिस्तान में सक्रिय है।
भारतीय अधिकारी ने पाकिस्तान पर आतंकवादी राज्य प्रायोजक होने का आरोप लगाया है। एयर स्ट्राइक को जायज ठहराते हुए उन्होंने कहा कि आत्मरक्षा के लिए भारतीय वायु सेना का सही स्टेप था। अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान बार-बार परमाणु हमले का भय दिखाता रहा है। ऐसे में भारत का संदेश साफ है कि अगर देश में आतंकी घटना होती है तो वह पाक में घुसकर आतंकी कैंपों को ध्वस्त करेगा। उक्त अधिकारी ने कहा कि इस मामले में अमेरिका का रूख एकदम साफ है। भारत के आतंकवाद रोधी अभियान का ट्रंप प्रशासन ने खुलकर समर्थन किया। यह भारत के लिए शुभ संदेश है। अमेरिका ने जिस तरह से पाकिस्तान से एफ-16 पर जानकारी मांगी है, उससे उसने यह साफ कर दिया है कि वह आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ खुलकर खड़ा है।