खास ख़बरधर्म-कर्म

इंजीनियर पति की चोटी से एमबीए पत्नी को तकलीफ

ख़बर को सुनें

भोपाल: मध्यप्रदेश के भोपाल में एक व्यक्ति ने अपने माता-पिता की मौत के बाद चोटी रखने का संकल्प लिया था कि वो मरते दम तक चोटी नहीं कटाएगा। व्यक्ति ब्राह्मण परिवार से है। दो साल पहले एक सड़क हादसे में उसके माता-पिता की मौत हो गई थी। मृत्यु के कर्मकांड के दौरान व्यक्ति का मुंडन हुआ। उसमें पति ने धार्मिक मान्यता के अनुसार शिखा यानी चोटी रख ली। कुछ दिन बाद सबकुछ पहले जैसा हो गया पर पति ने चोटी नहीं कटवाई। पत्नी अब चोटी कटाने को लेकर पति पर दबाव बनाने लगी।

इसी बात को लेकर अरेरा कॉलोनी निवासी पत्नी ने फैमिली कोर्ट में तलाक की अर्जी डाल दी। दाखिल केस में पत्नी का कहना है कि चोटी रखने के कारण पति गंवारों की तरह दिखाई देता है। उसके मायके वाले पति का मजाक उड़ाते हैं, जिससे उसे काफी अपमानित होना पड़ता है। मामले को फैमिली कोर्ट ने काउंसलिंग में रखा है। कोर्ट ने काउंसलिंग कराई तो पता चला कि दोनों के बीच झगड़े की जड़ पति द्वारा रखी गई चोटी है। पत्नी का कहना है कि चोटी रखने के कारण पति गंवार टाइप का दिखता है। वह उसके स्टैंडर्ड का नहीं है। जबकि पति एक्जीक्यूटिव इंजीनियर है। पत्नी एमबीए पास है।

काउंसलर सरिता राजानी ने बताया कि महिला की शादी 2 फरवरी 2016 को हुई थी। काउंसलर को महिला ने बताया कि पति को चोटी कटाने को कहती हूं तो वह बात को टाल जाते हैं। चोटी रखने से सब पति को पंडितजी कहने लगे हैं। पति ने जिद ठान ली है कि वह कभी अपनी चोटी नहीं कटाएगा। उसकी चोटी मौत के बाद शरीर के साथ जलेगी। वहीं, पति का कहना है कि पत्नी को सारे सुख हैं पर वह उसकी चोटी के पीछे पड़ी है। इसको लेकर पत्नी छह माह से मायके में है। पत्नी की जिद है कि चोटी कटाओ या तलाक दो।

Related Articles

Back to top button