उत्तराखंड के सरकारी स्कूलों में शीतकालीन अवकाश को लेकर उठ रहे सवालों के बीच अब शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे भी सामने आए हैं। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने शिक्षकों से छात्र हित व राष्ट्रहित में अपना अमूल्य योगदान देने की अपील की है। दरअसल शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम द्वारा कहा गया है कि कोविड-19 की वजह से स्कूल लंबे समय तक बंद रहे और छात्र छात्राओं की पढ़ाई काफी प्रभावित हुई है, इसलिए इस बार शीतकालीन अवकाश में कटौती की जा सकती है।
शिक्षा सचिव के इस बयान के बाद शिक्षकों में रोष देखने को मिल रहा है, शिक्षक शीतकालीन अवकाश में कटौती के खिलाफ नजर आ रहे हैं। शिक्षकों का कहना है कि इस वर्ष कोरोना महामारी के चलते स्कूल बंद रहे लेकिन शिक्षक विभागीय अधिकारियों के निर्देशों के क्रम में आपने मुख्यालय में बने रहकर कोविड-19 ड्यूटी ऑनलाइन शिक्षण बोर्ड परीक्षाएं एवं मूल्यांकन जैसे महत्वपूर्ण कार्यों का निर्वहन करते रहे। शिक्षकों ने कहा है कि यदि शासन द्वारा शीतकालीन अवकाश स्थगित किए जाते हैं तो यह न्याय संगत नहीं होगा।
मामले पर शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे का कहना है कि कोविड-19 महामारी की वजह से छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हुई है इसलिए 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा को देखते हुए वह शिक्षकों से अपील करते हैं कि छात्रों की पढ़ाई प्रभावित ना हो और इस कार्य में शिक्षक अपना अमूल्य योगदान दें। शिक्षा मंत्री ने कहा कि अवकाश शिक्षकों का अधिकार है इसलिए वह इस पर कुछ नहीं कहना चाहते लेकिन जिस तरह छात्र-छात्राओं की पढ़ाई महत्वपूर्ण है और बोर्ड परीक्षा नजदीक हैं तो उसको देखते हुए वह शिक्षकों से अपील करते हैं कि यदि शीतकालीन अवकाश के दौरान वह छात्र छात्राओं को पढ़ाना चाहते हैं तो वह पढ़ा सकते हैं और राष्ट्रहित में अपना अमूल्य योगदान दे सकते हैं।