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उत्तराखंड : ड्राइविंग लाइसेंस कि दिसंबर की वेटिंग फुल, अब नए साल में बनेंगे ड्राइविंग लाइसेंस….

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उत्तराखंड में अब नए साल में लोगों के ड्राइविंग लाइसेंस बन पाएंगे। क्योंकि नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू होने के बाद से आरटीओ में लाइसेंस बनवाने वाले लोगों की भीड़ लगातार बढ़ रही है। स्थिति ये है कि दिसंबर की वेटिंग फुल हो गई है।इसके बाद आवेदनकर्ताओं को टेस्ट के लिए जनवरी की तारीख दी जा रही है। ऐसे में लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं कई लोग उच्चाधिकारियों से फोन कराकर जल्द लाइसेंस बनवाने की गुहार लगा रहे हैं।

बाय पोस्ट नहीं पहुंच रहे लाइसेंस  
आरटीओ में लाइसेंस का रिन्यूअल कराने के लिए भटकना पड़ रहा है। स्थिति ये है कि तीन माह बाद भी लोगों के बाई पोस्ट लाइसेंस नहीं पहुंच रहे है। ऐसे में लोग खुद आरटीओ पहुंचकर लाइसेंस निकलवाने को मजबूर हैं।
सहस्त्रधारा से आरटीओ पहुंचे आशीष चौहान से बताया कि उन्होंने तीन माह पहले लाइसेंस रिन्यूअल के लिए अप्लाई किया था। आरटीओ से बताया गया कि उनका लाइसेंस बाइ पोस्ट उनके घर पहुंच जाएगा, लेकिन जब नहीं आया तो वह उसे लेने पहुंचे हैं।
45 प्रतिशत लोग हो रहे फेल  
नए मोटर व्हीकल एक्ट में जुर्माने की दर बढ़ जाने के बाद लोग लाइसेंस बनवाने तो पहुंच रहे है, लेकिन उन्हें ड्राइविंग नियमों की जानकारी नहीं है। इसी का नतीजा है कि टेस्ट में 45 प्रतिशत लोग फेल हो रहे हैं।
हर शख्स का करीब 10 मिनट टेस्ट 
ऑनलाइन सिस्टम शुरू होने से पहले परिवहन विभाग में जहां तीन से 400 तक लाइसेंस रोज बन जाते जाते थे। वहीं अब स्लॉट डेट तय होने के चलते सौ से 150 ही लर्निंग लाइसेंस के लिए बायोमीट्रिक और फोटो खिंचवाने के अलावा लिखित टेस्ट पास करना होता है। एक टेस्ट में करीब 10 से 15 मिनट लगते हैं। आरटीओ में आठ कंप्यूटर सेट लगे हैं। इस तरह 15 मिनट में आठ लोग ही टेस्ट दे पाते हैं।

नौ और लगाए जाएंगे सिस्टम 
आरटीओ अरविंद पांडेय ने बताया कि लोगों की लगातार भीड़ बढ़ती जा रही है और लर्निंग लाइसेंस की वेटिंग भी जनवरी पहुंच गई है। लोगों की समस्याओं को देखते हुए प्रतिदिन कर्मचारियों के कार्य करने के समय में इजाफा किया गया है। इसके साथ ही नौ नए कंप्यूटर खरीदने के निर्देश दिए गए हैं। नए सिस्टम आने के बाद वेटिंग रूम में सभी 15 कंप्यूटर लगा दिए जाएंगे। इससे एक समय में आठ की जगह 15 लोग टेस्ट दे सकेंगे।