हेमवती नंदन बहुगुणा उत्तराखण्ड़ हेमवती नंदन बहुगुणा उत्तराखण्ड़ चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय देहरादून के कुलपति को रॉयल कॉलेज ऑफ फिजिशियन इडिनवर्ग यूनाईटेड किंगडम के द्वारा Fellow of Royal College of Physician(FRCP) की उपाधि से सम्मानित किया गया। प्रो. डॉ. हेम चन्द्र यह उपाधि पाने वाले भारत के पहले व्यक्ति हैं। उन्हे यह उपाधि उनके द्वारा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य प्रशासन के क्षेत्र में बहुमूल्य योगदान प्रदान करने के लिए दी गई है। डॉ. हेम चन्द्र को विगत वर्ष रॉयल कॉलेज ऑफ ग्लास्गो, यूनाईटेड किंगडम द्वारा FRCP उपाधि से सम्मानित किया गया था।
हेमवती नंदन बहुगुणा उत्तराखण्ड़ चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय देहरादून के कुलपति का कार्यभार संभालने के बाद डॉ. हेमचन्द्र ने अपनी दूरदर्शिता, अभूतपूर्व सोच, कार्यकुशलता से चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय को एक नए मुकाम तक पहुंचाया। उन्होंने विश्वविद्यालय को नए कैंपस में स्थापित करने हेतु सेन्ट्रल हॉपटाउन क्षेत्र देहरदाून में 18 एकड़ भूमि आवंटित करवाई,कार्यालय प्रक्रिया-सम्बन्धन, शुल्क जमा करना तथा परीक्षा प्रणाली का डिजिटलाइजेशन करवाया। विश्वविद्यालय में हेल्थ केयर मैनेजमेन्ट को प्रस्थापित करना तथा मास्टर इन हेल्थ एडमिनिस्ट्रेशन पाठ्यक्रम प्रारम्भ करवाया।
प्रो.(डॉ) हेम चन्द्र द्वारा विगत समय में कई उल्लेखनीय कार्यों का क्रियान्वयन किया गया, इनमें विश्वविद्यालय में Ph.D पाठ्यक्रम का संचालन किया जाना, इंदिरा गांधी मुक्त विश्वविद्यालय के सहयोग से विभिन्न पाठ्यक्रमों का संचालन कराना। योग्य स्वास्थ्य हेल्थ केयर प्रदाताओं के लिए उत्तराखण्ड़ के निजी मल्टी स्पेशियलिटी/ सुपर स्पेशलिटी अस्पतालों के सहयोग से कौशल विकास योजना के अन्तर्गत स्पेशियलिटी पाठ्यक्रम का संचालन प्रारंभ करवाना, उत्तराखण्ड के चिकित्सकीय फैकल्टी तथा चिकित्सा अधिकारियों के लिए प्रबन्ध विकास पाठ्यक्रम का संचालन प्रारंभ किया जाना, केन्द्र तथा राज्य सरकार द्वारा संगठित, दिव्यांगजनों के लिए कौशल विकास पाठ्यक्रमों को प्रारंभ कराया जाना। चिकित्सा, विश्वविद्यालय में प्रवेश तथा परीक्षा प्रणाली को व्यवस्थित किया जाना जैसे महत्वपूर्ण कार्य किए।
डां. चन्द्र के प्रयासों से कोविड-19 महामारी के दौरान लोगों को टेली कंसन्टेल्सी के माध्यम से 24X7 सुझाव प्रदान किए जा रहे हैं, वहीं प्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में संकाय सदस्यों की नियुक्ति हेतु साक्षात्कार आयोजित कर 180 शिक्षकों का चयन भी संभव हो सका है।