रविवार से उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हो रही हिंसा हालांकि अब थम चुकी है, लेकिन इस हिंसा में मरने वालों की संख्या 30 से अधिक हो चुकी है। उत्तर-पूर्वी दिल्ली के हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। वहीं आज एक बार फिर मामले पर दिल्ली हाईकोर्ट में भड़काऊ भाषण देने वालों पर एफआईआर हो या नहीं इस पर सुनवाई होगी। कोर्ट ने नेताओं के भडकाऊ बयानों पर आपत्ति जताई थी। इस बीच मामले की सुनवाई कर रही बेंच से एक जज जस्टिस मुरलीधरन का रातों-रात ट्रांसफर हो गया है।
जस्टिस मुरलीधरन के ट्रांसफर को लेकर राजनीति भी गर्म हो गई है, कांग्रेस नेताओं ने जज के ट्रासंफर पर सवाल खड़े किए हैं।प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा कि मौजूदा मामले को देखते हुए जस्टिस एस मुरलीधर का तबादला चौंकाने वाला नहीं है, बल्कि यह दुखद और शर्मनाक है। उन्होंने आगे कहा कि लाखों भारतीयों को एक न्यायप्रिय और ईमानदार न्यायपालिका में विश्वास है, न्याय और जनता का विश्वास तोड़ने का सरकार का प्रयास दुस्साहसी है।
वहीं राहुल गांधी ने कहा कि बहादुर जज लोया को याद कर रहा हूं, उनका तबादला नहीं हुआ था। दरअसल, मुरलीधर को पंजाब-हरियाणा उच्च न्यायालय में तबादला किया गया है। उन्होंने दिल्ली हिंसा के मामले पर सुनवाई की थी।