कोलंबो: सिलसिलेवार बम धमाकों का दर्द झेल रहे श्रीलंका में अभी भी हालात सामान्य होने का नाम नहीं ले रहें। रविवार को लगातार 8 धमाकों के बाद देर रात फिर कोलंबो में बम की सुचना से हड़कंप मच गया। ये बम कोलंबो एयरपोर्ट के बाहर रखा गया था। सूचना मिलते की मौके पर पहुंची पुलिस की टीम ने बम को डिफ्यूज किया। पुलिस सूत्र के मुताबिक, होममेड पाइप बम मुख्य टर्मिनल की ओर जाने वाली सड़क पर रखा गया था।
श्रीलंकाई पुलिस ने इन सिलसिलेवार धमाकों को लेकर अबतक 24 लोगों को गिरफ्तार किया है। हालांकि पुलिस ने उन लोगों की जानकारी को सार्वजनिक नहीं किया है। लेकिन पुलिस सूत्र के मुताबिक इन 24 लोगों को कोलंबो और उसके आसपास के दो जगहों से हिरासत में लिया गया है। वहीं धमाकों की वजह से लगे कर्फ्यू को आज सुबह 6 बजे हटा लिया गया है।
माना जा रहा है कि हमले के पीछे मुस्लिम कट्टरपंथी संगठन नेशनल तोहिद जमात (एनटीजी) का हाथ है। पुलिस चीफ पूजुथ जयसुंदरा ने 11 अप्रैल को एनटीजी की ओर से ऐसे आत्मघाती हमलों की चेतावनी दी थी।
बता दें कि श्रीलंका रविवार को एक के बाद एक आठ धमाकों व आत्मघाती हमलों से दहल उठा। ईसाइयों के पर्व ईस्टर के मौके पर विभिन्न चर्च और पांच सितारा होटलों को निशाना बनाकर किए गए आतंकी हमलों में मरने वालों का आंकड़ा 290 पहुंच गया है, जबकि 500 लोग घायल हुए हैं। मरने वालों में 27 विदेशी हैं, जिसमें तीन भारतीय शामिल हैं। इसे श्रीलंका के इतिहास में सबसे भयावह हमला माना जा रहा है। हमले के बाद श्रीलंका सरकार ने पूरे देश में कफ्र्यू लगा दिया था। पोप फ्रांसिस और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत विश्व के प्रमुख नेताओं ने इस कायराना हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है।
पुलिस प्रवक्ता रवान गुणसेकरा ने बताया कि छह धमाके सुबह 8:45 बजे लगभग एक ही समय पर हुए। देश में उस समय ईस्टर की तैयारियां जोरों पर थीं लेकिन धमाकों के कारण पूरा देश गम में डूब गया। सातवां और आठवां धमाका दोपहर बाद हुआ। पहला धमाका कोलंबो के सेंट एंथनी चर्च और पश्चिमी कस्बे नेगोंबो के सेंट सेबेस्टियन चर्च में हुआ। इसके बाद कोलंबो के तीन होटलों और फिर बट्टीकलोआ के एक चर्च में धमाके हुए।