देशभर के साथ ही उत्तराखंड में भी कोरोना वायरस से कई लोगों ने जान गंवाई है, जबकि हजारों लोग अभी इससे संक्रमित हैं। प्रदेश में 6 हजार से अधिक लोग अब तक कोरोना वायरस से जान गंवा चुके हैं, इस महामारी में की घरों ने अपने कमाऊ सदस्य खोए हैं तो कई बच्चों से सिर से उनके माता-पिता का साया उठ चुका है। कोरोना महामारी में अनाथ हो चुके बच्चों की सहायता के लिए कई सामाजिक संस्थाएं भी आगे आई हैं, तो कुछ लोगों ने व्यक्तिगत तौर पर भी ऐसे बच्चों की मदद का ऐलान किया है।
देहरादून में स्थित सीआईएमएस & यूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज ने भी कोरोना त्रासदी में अनाथ हो चुके बच्चों के लिए बड़ी पहल की है। ग्रुप ने कोरोना में अपने माता-पिता को खोने वाले उत्तराखंड के 100 बच्चों को नि:शुल्क उच्च शिक्षा देने की घोषणा की है। सीआईएमएस & यूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज के चेयरमैन एडवोकेट ललित मोहन जोशी ने बताया कि ऐसे बच्चों को वह नि:शुल्क प्रवेश के साथ ही पूरी पढ़ाई निःशुल्क देंगे। उन्होंने बताया कि विगत 8 वर्षों से संस्थान प्रतिवर्ष 30 से अधिक गरीब व अनाथ बच्चों को नि:शुल्क उच्च शिक्षा प्रदान कर रहा है। सीआईएमएस विगत 20 वर्षों से प्रदेश मेडिकल के क्षेत्र में उच्च शिक्षा प्रदान कर रहा है, जबकि यूआईएचएमटी होलट मैनेजमेंट के क्षेत्र में लगभग 8 साल उच्च शिक्षा प्रदान कराता है।
सीआईएमएस & यूआईएचएमटी ग्रुप की यह पहल निश्चित तौर पर ऐसे अनाथ बच्चों के लिए वरदान साबित होगी, जो मेडिकल या होटल मैनेजमेंट के क्षेत्र में उच्च शिक्षा प्राप्त कर बेहतर कैरियर बनाना चाहते हैं।