आज अल्मोड़ा जिले के सल्ट क्षेत्र के चौनलिया से कुछ मजदूर पैदल ही रामनगर पहुंचे। रामनगर में जब मजदूरों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि वह कल से चौनलिया से निकले हैं, और दो दिन से भूखे हैं, जिसके बाद रामनगर में कुछ स्वयं सेवी स़गठनों ने उन्हें भोजन कराया सभी मजदूर उत्तर-प्रदेश रामपुर के रहने वाले हैं। रामनगर पहुंचकर इन्हें खाना तो नसीब हुआ लेकिन यहां से भी इनके घर जाने की कोई व्यवस्था नहीं है और ना ही रहने का कोई ठिकाना ऐसे में यह मजदूर रामनगर से भी रामपुर तक पैदल जाने को मजबूर हैं।
कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव व रोकथाम के लिए पूरे भारत में लॉकडाउन किया गया है। लॉकडाउन के बाद रोजगार के लिए एक-दूसरे राज्य में रह रहे नौकरी-पेशा लोग व मजदूर भी अपने घरों की तरफ जा रहे है़, लेकिन परिवहन व्यवस्था न होने के कारण उन्हे़ं भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
लॉकडाउन की स्थिति में सबसे अधिक परेशानी दिहाड़ी मजदूरों को उठानी पड़ रही है, उनके पास न तो खाने के लिए है, और न ही रहने की व्यवस्था है। ऐसे में मजदूर अब अपने-अपने घरों का रूख कर रहे है़, लेकिन बेबसी ऐसी है कि घर जाने के लिए भी कोई साधन नहीं है।