उत्तराखण्ड़ में हुई भारी बर्फबारी के बाद स्थानीय लोगों के साथ पर्यटक भी बर्फ का आनंद लेने पहुंच रह हैं, भारी बर्फबारी का ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जन-जीवन पर भी बुरा असर पड़ा है।कई सड़कें बर्फबारी के बाद से अभी तक बंद पड़ी हैं। राजधानी देहरादून में शुक्रवार को भले ही चटख धूप खिली, लेकिन ठंडी हवाओं ने गलन का अहसास कराया। वहीं धनोल्टी में मार्ग बंद होने के कारण पर्यटक अभी भी होटलों में कैद हैं। उत्तरकाशी, चमोली और रुद्रप्रयाग में 400 से अधिक गांव अभी भी बर्फ में कैद हैं। दर्जनों सड़कें बर्फ से ढकी हैं, बिजली और पानी की सप्लाई ठप पड़ी है। मसूरी में बर्फबारी के बाद पाला पड़ने से फिसलन बढ़ गई है, जिससे लोगों को आवाजाही में परेशानी हो रही है।वहीं मसूरी से दो किमी नीचे पेट्रोल पंप तक ही वाहन आ रहे हैं। उसके ऊपर का रास्ता बर्फबारी के बाद बढ़ी फिसलन के कारण बंद कर दिया गया है। मसूरी में फंसे 600 पर्यटकों को कल रात निकाल लिया गया।
वहीं आज सुबह से ही जेसीबी की मदद से विभिन्न सड़कों से बर्फ हटानेे का कार्य जारी है,इसी क्रम में चिन्यालीसौंड, धरासू-जोगत मोटरमार्ग यातायात के लिए खोल दिया गया है। पुरोला, आराकोट-नकोट मोटर मार्ग पर भी यातायात सुचारु हो चुका है। चमोली जिले मेें भी सड़कों को खोलने के कार्य जारी है।
मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि शुक्रवार को मौसम खुला रहेगा। कहीं बारिश की संभावना नहीं है। 11 और 12 जनवरी को देहरादून और आसपास के इलाकों में शीतलहर चल सकती है।मौसम विभाग ने लोगों को एहतियात बरतने की सलाह दी है।